इंदौर।आर्थिक तंगी से जूझने वाले लोग अब तरह-तरह के लोन एप के झांसे में आकर अवैध वसूली का शिकार हो रहे हैं. दरअसल बीते कुछ महीनों में जिन परिवारों ने फोन कॉल के जरिए होने वाली लोन की पेशकश के अलावा ऑनलाइन लोन एप के जरिए पर्सनल लोन लिए थे. उनके लोन अब चुकाए नहीं चुक रहे हैं. लिहाजा कई खातेदार काफी परेशान हैं. ऐसे तमाम मामलों में परेशानी यह है कि पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होने के कारण एक्सपर्ट भी लोन के झांसे में फंसने वाले लोगों की मदद नहीं कर पा रहे हैं. वही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ऐसे तमाम ऐप और निजी कंपनियों से लोन लेने वालों के लिए चेतावनी भी जारी की है.
एप पर लोन लेने के बाद अवैध वसूली
लॉकडाउन के बाद सक्रिय हुई प्राइवेट सेक्टर की बैंकिंग कंपनियां अब उन लोगों को लगातार अपने झांसे में ले रही हैं जो आर्थिक रूप से परेशान हैं. इसके लिए आए दिन लोगों के पास लोन लेने के लिए फोन कॉल आ रहे हैं. जो लोग इन फोन कॉल करने वाले लोगों के झांसे में आ जाते हैं. वह अवैध वसूली और प्रताड़ना के शिकार हो रहे हैं. इसी तरह प्राइवेट लोन एप से लोन लेने वाले 5 लोगों ने वसूली से परेशान होकर हैदराबाद, गुरुग्राम और तेलंगाना में आत्महत्या कर ली थी. इनमें एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर और कृषि विभाग की अधिकारी महिला भी थी. जिन्होंने डिजिटल मनी लॉन्ड्रिंग एपके जरिए लोन लिया था. लेकिन लोन की किस्त चुकाने के बाद भी EMI देरी से भरने और ब्याज की राशि के नाम पर फोन कॉल कर लोन चुकाने के लिए रोज प्रताड़ित किया जाता है. विरोध करने पर इन्हें डिफाल्टर करने के अलावा ब्लैक लिस्ट करने की धमकी दी जाती थी. हाल ही में ऐसी घटना से परेशान होकर बेंगलुरु में एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली थी. इधर मध्यप्रदेश में भी इस तरह की घटनाएं बढ़ने और पुलिस के पास ऐसे तमाम मामलों की जानकारी आने के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने भी इंस्टेंट लोन ऐप से बचने के लिए गाइडलाइन जारी की.