इंदौर। जहां एक ओर इंदौर स्वच्छता में नंबर वन के पहले पायदान में बना हुआ है तो वहीं अब शराब खपत में भी पहले पायदान पर बनता हुआ नजर आ रहा है. पिछले दिनों विधानसभा में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के सवाल के जवाब में आबकारी विभाग में जो रिकॉर्ड पेश किए हैं उसके आधार पर इंदौर शराब की खपत में नंबर वन बनता हुआ नजर आ रहा है. विधानसभा का सत्र के दौरान पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के द्वारा शराब को लेकर एक सवाल राजस्व विभाग सहित अन्य लोगों से किया गया था लेकिन हंगामे के दौरान सवाल यथावत रह गया. आबकारी विभाग ने पूर्व मंत्री के सवाल के जवाब की पूरी तैयारी कर ली थी और आबकारी विभाग के द्वारा इस पूरे मामले में जवाब भी तैयार कर लिया गया था.
शराब को लेकर जीतू का सवाल: कांग्रेस के विधायक जीतू पटवारी ने शराब दुकानों में ठेकों से लेकर प्राप्त राजस्व शराबबंदी और खपत में हुए इजाफे को लेकर भी सवाल पूछे. जिसमें यह खुलासा हुआ कि शासन को अधिक राजस्व शराब दुकानों की नीलामी में हासिल हुआ. साल भर में इंदौर में भी 140 अरब से अधिक की शराब यहां के रहवासियों ने पी है शराब की खपत में वैसे लगातार वृद्धि हो रही है जिसके चलते ठेकों की राशि में भी कई गुना इजाफा हुआ है और कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है. इसके बावजूद खपत घटने की बजाय लगातार बढ़ रही है.
शराब की खपत: पूर्व मंत्री जीतू पटवारी द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में इंदौर सहित सभी 52 जिलों में शराब की खपत में बढ़ोत्तरी हुई. जिसमें अगर इंदौर की बात की जाए तो वर्ष 2021 और 2022 में जहां 107 अरब की शराब की बिक्री हुई है तो वहीं 2022 और 2023 में इस आंकड़े में लगातार इजाफा हो तो जाया है और 140 अरब पर यह आंकड़ा पहुंच गया है इसी के साथ देसी शराब की खपत में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है एक करोड़ 32 लाख प्रूफ लीटर से अधिक देसी शराब की खपत इस साल हुई है जो कि पिछले वर्ष की तुलना में कई गुना अधिक है.