इंदौर। कोरोना काल में जरुरतमंदों की मदद के लिए कई सामाजिक संस्थाएं सामने आईं हैं. इस कड़ी में मुंबई के डब्बा वालों की तर्ज पर इंदौर में एक भोजनशाला चलाई जा रही है, जो गरीब बस्तियों में भोजन बांटती है. खटीक धर्मशाला में पिछले 60 दिनों से लगातार भोजन बनाने का काम जारी है. इस भोजनशाला में 30 से अधिक महिलाएं सुबह से भोजन के पैकेट बनाने के काम में जुट जाती हैं. रोजाना करीब 7 हजार जरुरतमंदों तक भोजन के पैकेट पहुंचाए जाते हैं.
एक घंटे में लोगों तक पहुंच जाता है भोजन
इस भोजनशाला की विशेषता ये है कि, खाना बनने के 1 घंटे के अंदर ही ये फूड पैकेट लोगों के पास पहुंचा दिए जाते हैं. जिससे उन्हें गर्म खाना मिल सके. भोजनशाला को संचालित करने वाले बीजेपी नेता उमेश शर्मा बताते हैं कि, खाना तैयार होने के बाद उसे तत्काल पैक करने का काम किया जाता है. जिसके बाद इन्हें लोगों तक पहुंचा दिया जाता है. इन पैकेट के लिए पहले से ही 7 हजार से अधिक लोगों को चिन्हित किया गया है, जो रोज मजदूरी कर अपने खाने की व्यवस्था करते थे. इन लोगों को मुफ्त में ये भोजन के पैकेट मोहल्ला प्रभारी पहुंचा देते हैं. इस तरह से अलग-अलग व्यक्तियों के जरिए खाना बनने के 1 घंटे के अंदर ही गर्म भोजन के पैकेट गरीब बस्तियों में बांट दिए जाते हैं.