इंदौर।कांग्रेस नेता जयवर्धन सिंह ने बुधवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि तीन साल पहले सबसे पुरानी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले सिंधिया की भविष्य की भूमिका उनके गृह राज्य मध्य प्रदेश में संदिग्ध है. उन्होंने कहा कि यह भी संदेहास्पद है कि 2020 में उनके साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने वाले सिंधिया के वफादारों को इस साल के अंत में होने वाले राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भगवा पार्टी द्वारा मैदान में उतारा जाएगा या नहीं.
2020 में पलटी बाजी: राज्य में कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार मार्च 2020 में 22 कांग्रेस विधायकों के बाद गिर गई, जो सिंधिया समर्थक थे, उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए. इस विद्रोह के बाद, भगवा पार्टी शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सत्ता में लौट आई. कमलनाथ सरकार केवल 15 महीनों के लिए सत्ता में थी. कमलनाथ के नेतृत्व वाली पिछली सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके जयवर्धन कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह के बेटे हैं.
भविष्य में सिंधिया की भूमिका पर संदेह: इंदौर में पत्रकारों से बात करते हुए जयवर्धन ने कहा कि सिंधिया, जो 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनी पारंपरिक गुना सीट से भाजपा से हार गए थे, कांग्रेस छोड़कर भगवा पार्टी में शामिल हो गए. सिंधिया अब केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री हैं और राज्यसभा के सदस्य हैं. मध्य प्रदेश में उनकी भविष्य की भूमिका पर हमेशा संदेह रहता है.