इंदौर। हौसले बुलंद और कुछ करने गुजरने की ललक हो तो सफलता जरूर मिलती है. कुछ ऐसा ही है इंदौर के अवि शर्मा के साथ. जिनकी प्रतिभाएं उनकी उम्र की मोहताज नहीं. छोटी सी उम्र में अवि ने वो कर दिखाया है, जो बड़े-बड़ों के लिए मुश्किल है. इसलिए तो इन्हें मध्य प्रदेश का वंडर ब्वॉय (Indore Wonder Boy Avi Sharma) कहा जाता है. अवि शर्मा ने अत्याधुनिक दौर की एलेक्सा टेक्नोलॉजी को मात देते हुए अपने घर पर ही कंप्यूटर पर वॉइस कमांड के जरिए तमाम तरह के कंप्यूटर आधारित काम करने वाला वॉइस कमांड एप (voice command app) विकसित किया है, जिसका नाम उन्होंने 'MADHAV' (My Advance Domestic Handling Ai Version) दिया है.
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ताकि हर उम्र के लोग बन सके कंप्यूटर फ्रेंडली
एलेक्सा, दुनिया भर की कंप्यूटर आधारित असिस्टेंट टेक्नोलॉजी (google voice assistant technology) में फिलहाल एक महंगी मशीन (voice command device alexa) के जरिए कंप्यूटर पर काम के लिए कमांड देने का मौजूदा सिस्टम है. लेकिन इंदौर के वंडर ब्वॉय अवि शर्मा ने महसूस किया कि बड़े-बुजुर्गों से लेकर महिलाएं एवं समाज के वे लोग जो कंप्यूटर फ्रेंडली नहीं है. वह कंप्यूटर की टेक्नोलॉजी का अन्य लोगों के बराबर उपयोग नहीं कर पाते. लिहाजा सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले 12 साल के अवि ने कंप्यूटर कोडिंग की पाइथन लैंग्वेज को खुद सीखने के बाद एक ऐसा वॉइस कमांड असिस्टेंस सिस्टम विकसित कर दिया जो एक आवाज पर कंप्यूटर के जरिए होने वाले तमाम कार्य कर सकता है.
वंडर ब्वॉय अवि का अविष्कार किसी वॉइस मशीन की जरूरत नहीं(Computer handling voice command app)
अवि शर्मा (Indore Wonder Boy Avi Sharma) के इस अविष्कार का सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि इस वॉइस असिस्टेंट के लिए ना तो कोई मशीन खरीदनी पड़ेगी. ना ही आपके कंप्यूटर में या लैपटॉप में क्रोमबुक या विंडो का कोई सॉफ्टवेयर अपडेट करना होगा. इसके लिए ज्यादा रुपए भी खर्च नहीं करने होंगे. क्योंकि वर्तमान दौर में जितने भी वॉइस असिस्टेंस है वह गूगल असिस्टेंट की टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं लेकिन अवि शर्मा के इस डोमेस्टिक एलेक्सा ने दुनिया भर की तमाम कंप्यूटर टेक्नोलॉजी को ऑपरेट करने वाली टेक्नोलॉजी को चुनौती देते हुए कंप्यूटर के सारे कामकाज को आपकी वॉइस के जरिए कमांड तक सीमित कर दिया है. यह अपने आप में एक चौंकाने वाला प्रयोग है. बस चंद मिनटों में अपने कंप्यूटर पर एक एप्लीकेशन डाउनलोड करना होगा, उसके बाद आपके कहे अनुसार आपका कंप्यूटर ना केवल आप के कहने पर बंद और चालू हो सकेगा. बल्कि कंप्यूटर पर होने वाले सारे टास्क जैसे कि फाइल खोलना, टीवी देखना, विकिपीडिया का इस्तेमाल, मौसम की जानकारी, खबरों को जानने से लेकर ई-बुक और आपके मन में उठने वाले हर तरह के सवालों का जवाब कंप्यूटर अपनी खास आवाज में दे सकेगा (Computer handling voice command app).
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अब कंप्यूटर देता है हर जानकारी
अवि शर्मा के अविष्कार का प्रयोग को इन दिनों उनके घर पर देखा जा सकता है. फिलहाल अपने लैपटॉप के सामने बैठकर अवि शर्मा कंप्यूटर से ऐसे बात कर रहे हैं जैसे कोई सामने बैठकर उनकी बातों और उनके मन में उठने वाले सवालों का जवाब देता हो. उनके इस प्रयोग में जो-जो चीजें कंप्यूटर से पूछी जा रही हैं, वह कंप्यूटर तत्काल बता रहा है. इसके अलावा यह पहला ऐसा एप्प है जो वॉइस कमांड के जरिए ही कंप्यूटर को शट डाउन तक कर रहा है. इतना ही नहीं रामायण, गीता सार और तरह-तरह के म्यूजिक और फिल्मों के अलावा फिल्म अभिनेताओं की तमाम जानकारी भी इस वॉइस कमांड के जरिए कोई भी ले सकता है. सबसे खास बात यह है कि भविष्य में यदि यह अविष्कार देश के घर-घर में पहुंचा तो कंप्यूटर को कीबोर्ड अथवा हाथ से चलाने की जरूरत महसूस ही नहीं होगी. ऐसे में जो लोग दिव्यांग हैं वह भी आसानी से कंप्यूटर पर होने वाले हर काम को कर सकेंगे.
मोदी के डिजिटल इंडिया (Digital India Program) को समर्पित अविष्कार
इंदौर में 12 साल की बाल प्रतिभा अवि शर्मा ने अपने इस अविष्कार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को समर्पित किया है. अवि शर्मा की कोशिश है कि भविष्य में उनका यह प्रयोग आम लोगों की जिंदगी को आसान बना सके. इसलिए वह इसे भारत को निःशुल्क समर्पित करना चाहते हैं. उनकी कोशिश है कि भारतीय लोग उनके इस प्रयोग का इस्तेमाल कर बिना किसी मशीन अथवा हजारों रुपए खर्च किए ही अपनी आवाज पर कंप्यूटर का मनचाहा उपयोग कर सकें. इसलिए अब वह भारत सरकार से उनके अविष्कार को आगे बढ़ाने की अपील भी कर रहे हैं.