इंदौर।शहर के बीएम कॉलेज की प्राचार्य को छात्र द्वारा पेट्रोल डालकर जलाने वाले मामले में बड़ा खुलासा हुआ है, यह खुलासा किसी और ने नहीं पुलिस पूछताछ के दौरान खुद आरोपी छात्र ने किया है. बताया गया कि, छात्र काफी गरीब घर से था. वह दवाई की बड़ी कंपनी में MR बनना चाहता था, लेकिन 7वें सेमेस्टर की फीस नहीं जमा होने के कारण कॉलेज प्रबंधन उसे मार्कशीट नहीं दे रहा था. इस बात को लेकर छात्र काफी परेशान था. ऑनलाइन डिलेवरी का काम करने लगा और आक्रोश में आकर इस तरह का कदम उठाने के लिए मजबूर हो गया. प्रोफेसर विमुक्ता शर्मा कॉलेज के फॉर्मेसी डिपार्टमेंट में प्रिंसिपल हैं, यह घटना सोमवार 20 फरवरी की शाम घटित हुई थी. विमुक्ता इंदौर के शिक्षा जगत में डैडी के नाम से मशहूर प्रो. स्व. अशोक शर्मा की बहू हैं. प्रशासन की लापरवाही से शिक्षा जगत के लोगों में आक्रोश है. आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है.
मानवता के विरुद्ध अपराध:इस मामले को लेकर डीएवीवी कि, कुलपति डॉ. रेणु जैन का कहना है कि, यह घटना शिक्षकों के प्रति नहीं बल्कि मानवता के विरुद्ध अपराध है. पूर्व में भी कई तरह के मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन यह घटना काफी निंदनीय है. इस तरह की घटनाओं पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि इनकी पुनावृत्ति ना हो. आज के समय में युवा संयम खोता जा रहा है. यह समाज के हर वर्ग को सोचना चाहिए और इसके लिए काम करना चाहिए. इस तरह की घटना करने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए. उन पर कठोर कार्रवाई की जाना चाहिए.
समाज के लिए निंदनीय:इस मामले को लेकरपत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की विभागाध्यक्ष डॉ. सोनाली नरगुंदे ने कहा कि, एक शिक्षक के ऊपर इस तरह की घटना होना काफी निंदनीय है. इससे पता चलता है कि, समाज में कैसे और किस मानसिकता वाले लोग पल रहे हैं.
आरोपी को दें सख्त सजा:परशुराम युवा सेना के अध्यक्ष वैभव पांडे की मानें तो हर समस्या का निदान शिकायत के बाद होता है, जिस तरह से छात्र अभिजीत श्रीवास्तव ने कदम उठाया है यह दुखद है. इससे इंदौर की प्रतिष्ठा खराब हुई है. ऐसे आरोपी सख्त सजा देनी चाहिए. जिससे आने वाले दिनों में कोई भी छात्र प्रिंसिपल या प्राचार्य पर हमला करने से पहले इस घटनाक्रम को याद रखें.