MP Election 2023: बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल सिंधिया समर्थक, पूर्व मुख्यमंत्री के सामने बोले- भाजपा का सनातन राजनीति से प्रेरित - मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023
मध्यप्रदेश में राजनीति चरण पर है. अब कांग्रेस और बीजेपी आमने- सामने हैं. ऐसे में दोनों पार्टी भरपूर ताकत लगा रही है. इधर, सिंधिया समर्थक ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
इंदौर।कांग्रेस कार्यालय के गांधी भवन में शनिवार को कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान सिंधिया समर्थक प्रमोद टंडन और बीजेपी के कद्दावर नेता दिनेश मल्हार और राम किशोर शुक्ल ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की. कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सभी को चुनाव के लिए निष्ठा के साथ तैयार रहने की बात कही. प्रमोद टंडन ने भी कांग्रेस में शामिल होते ही बीजेपी के सनातन धर्म को राजनीति से प्रेरित बताते हुए अपनी पुरानी पार्टी को जमकर घेरा है.
दरअसल, मध्यप्रदेश की राजनीति उफान पर आ गई है. कांग्रेस भी बीजेपी की सत्ता को चुनौती देते हुए भरपूर ताकत लगा रही है. इसी माहौल के बीच इंदौर में गांधी भवन के सामने कांग्रेस का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया. सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ मौजूद थे. कार्यक्रम की शुरुआत बीजेपी से आए नेताओं की सदस्यता के साथ हुई.
सिंधिया समर्थक ने थामा कांग्रेस का हाथ: सिंधिया समर्थक प्रमोद टंडन और बीजेपी के कद्दावर नेता रामकिशोर शुक्ला और दिनेश मल्हार कमलनाथ के सामने कांग्रेस में शामिल हुए. प्रमोद टंडन पूर्व में लंबे समय तक शहर कांग्रेस के अध्यक्ष रहे है. शहर में उनकी अपनी टीम है और शहर कांग्रेस की राजनीति में आज भी प्रमोद टंडन की बड़ी पैठ है. इधर रामकिशोर शुक्ला महू बीजेपी के मजबूत नेता माने जाते थे. वहीं, दिनेश मल्हार के आने से कांग्रेस को राऊ में मदद मिलेगी. प्रमोद टंडन ने कांग्रेस में शामिल होते ही बीजेपी पर हमला बोलते ही कहा कि बीजेपी का सनातन धर्म राजनीति से प्रेरित है,जबकि कांग्रेस वास्तविक रूप से सनातन धर्म से जुड़ी हुई है.
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री को लिया आड़े हाथों:इसके बाद कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा- "आपने इतने साल से कांग्रेस का झंडा उठा रखा है. अब अगले तीन महीने सबसे बड़ी परीक्षा है. पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ इंदौर और मध्यप्रदेश का भविष्य सुरक्षित रखना आपकी जवाबदारी है. आपने निष्ठा से बेईमानी नहीं करिएगा. पूरे प्रदेश का भविष्य दांव पर लगा हो. मैंने ऐसा अपने राजनीतिक जीवन में कभी नहीं देखा. आज मध्य प्रदेश का हर व्यक्ति या तो भ्रष्टाचार का शिकार है या भ्रष्टाचार का गवाह है. शिवराज सिंह की घोषणा और झूठ की मशीन डबल स्पीड से चल रही है."