इंदौर। शहर में डॉक्टर हेडगेवार स्मारक समिति द्वारा आयोजित 'चिंतन यज्ञ' में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने ''शिवराज्याभिषेक का संदेश'' विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा कि ''हिन्दी स्वराज्य की पुन: स्थापना के लिए शिवाजी राज्य अभिषेक किया जाना अत्यंत आवश्यक था. उस दौर में मुगल शासक शिवाजी महाराज को राजा नहीं मान रहें थे, लेकिन उनके राज्य अभिषेक से मिले संदेश के बाद औरंगजेब को उन्हें पराक्रमी राजा मानना पड़ा. क्योंकि शिवाजी के राज में स्त्री की रक्षा, मंदिरों की पुर्नस्थापना, मस्जिदों की हिफाजत और कुरान का भी सम्मान हुआ है.''
शिवाजी ने अपने राज्य को सर्वगुण सम्पन्न बनाया:सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने अपने व्याख्यान में आगे कहा कि ''शिवाजी महाराज ने अपने राज्य को सर्वगुण सम्पन्न बनाया. आर्थिक क्षेत्र में अपने राज्य को समृद्ध बनाने के लिए उन्होंने ओमान की राजधानी मस्कट से व्यापार किया. हिन्दवी स्वराज्य के लिए यदि छत्रिपति शिवाजी का संघर्ष नहीं होता तो आज काशी नहीं होता. यही कारण है कि आज के राजपथ को कर्तव्य पथ कहना एक संदेश है. इसलिए फैजाबाद को साकेत और औरंगाबाद को छत्रपति संभाजी नगर कहना पड़ता है. क्योंकि इससे परिर्वतन का संदेश जाता है, हमें आत्म विश्वास आता है, स्वदेशी का भाव जागृत होता है.''