स्वच्छ शहर इंदौर में भी अयोध्या जैसा 'राम मंदिर', यूपी के मुस्लिम कारीगरों ने कबाड़ से कर दिखाया कमाल - indore latest news
Indore Ram Mandir Replica: 'मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना'...मशहूर शायर अल्लामा इकबाल की यह नसीहत इंदौर में बाकायदा स्क्रैप या कबाड़ के लोहे के जरिए राम मंदिर के रूप में साकार की गई है. दरअसल देश के स्वच्छ शहर में जब स्क्रैप से अयोध्या मंदिर की तरह ही लोहे के मंदिर बनाने जरूरत महसूस हुई तो इंदौर के एक स्टार्टअप की पेशकश पर अयोध्या के आसपास रहने वाले उत्तर प्रदेश से आए मुस्लिम समाज के 20 कारीगरों ने दिन रात मेहनत करके आखिरकार इंदौर के विश्राम बाग में यह भव्य मंदिर तैयार किया है.
इंदौर।22 जनवरी को जहां देश भर में राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर खासा उत्साह है. वही देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में उद्घाटन के पहले ही करीब 20 मुस्लिम कारीगरों ने धार्मिक भेदभाव से आगे बढ़कर 'वेस्ट टू आर्ट' थीम पर इंदौर में हूबहू अयोध्या का भव्य राम मंदिर की तरह ही मंदिर बना दिया है. इस मंदिर की खासियत यह है कि यह स्क्रैप और कबाड़ से बचे लोहे के करीब 21 टन टुकड़ों से बनाया गया है, जिसे कलात्मक ढंग से काटकर और जरूरत के मुताबिक वेल्डिंग से जोड़कर बनाया गया है.
मुस्लिम कारीगरों की देन राम मंदिर: वेल्डिंग से जोड़ने के बाद मंदिर का ऐसा रूप निखर कर आया है कि जो बिल्कुल असली मंदिर की तरह ही नजर आ रहा है. मंदिर को बनाने को लेकर खास बात यह है कि इसे बनाने वाले यूपी के मुस्लिम कारीगर हैं जो मंदिर मस्जिद की भावना से आगे बढ़कर सांप्रदायिक एकता का संदेश भी दे रहे हैं. दरअसल इंदौर के दो युवाओं ने अपने स्टार्टअप के जरिए राम मंदिर को बनाने का प्रस्ताव महापौर पुष्यमित्र भार्गव के समक्ष रखा था. इसके बाद भार्गव और दोनों युवाओं ने मिलकर कारीगरों को मंदिर बनाने के लिए स्क्रैप का लोहा और नक्शा उपलब्ध कराया था. इसके बाद लगातार मेहनत करके 20 कारीगरों ने यह मंदिर तैयार किया है.
अयोध्या राम मंदिर स्क्रैप आर्ट
जुगाड़ का मंदिर:मंदिर को तैयार करने वाले जहांगीर अंसारी और साजिद हसन बताते हैं कि ''मंदिर में 21 टन स्क्रैप के कबाड़ से 20 मजदूरों ने यह काम कर दिखाया है. फिलहाल मंदिर की फिनिशिंग जारी है.'' जहांगीर के मुताबिक ''उन्हें यह काम इंदौर के एक स्टार्टअप के जरिए मिला था. जिनके द्वारा लोहा उपलब्ध कराए जाने के बाद यह भव्य मंदिर तैयार हो सका है, जिसे रविवार सुबह शहर की आम जनता को समर्पित किया गया.''
मंदिर के साथ सरयू नदी की झलक: दरअसल देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में नगर निगम महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने एक स्टार्टअप के जरिए उत्तर प्रदेश और दिल्ली से सटे इलाकों में फेब्रिकेशन का काम करने वाले कारीगरों को कुछ नया करने का जिम्मा सौपा था. इसके बाद कारीगरों की टीम ने दिन-रात मेहनत करके 3 महीने में ऐसा भाव राम मंदिर तैयार किया है जो अयोध्या के मंदिर की हबहू प्रतिकृति है. इसको बनाने में कारीगरों ने नगर निगम के अनुपयोगी लोहे के स्क्रैप का बखूबी उपयोग किया. इसके अलावा विश्राम बाग में मंदिर को ऐसी जगह पर स्थापित किया है जहां मंदिर के बाजू से वाटर बॉडी लगी हुई है. जिसे देखकर ऐसा लगता है कि अयोध्या का मंदिर सरयू नदी के किनारे बना हो.