इंदौर। इंग्लैंड में चल रहे वर्ल्ड कप के कारण क्रिकेट पर सट्टा लगाने वाले कई गिरोह सक्रिय हो गए हैं. इनकी सक्रियता टेक्नॉलॉजी के साथ पूरी तरह बदल गई है, जिसके कारण इन्हें पकड़ने में पुलिस को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही थी. लेकिन अब लगातार इन बदमाशों को पकड़ा जा रहा है, इसका प्रमुख कारण यह है कि पुलिस भी अब सटोरियों की तरह ही काम कर रही है और कई कार्रवाई में खुद ग्राहक बनकर इन सटोरियों के बीच में पहुंचा जा रहा है.
सटोरियों को पकड़ने के लिये इंदौर पुलिस की ये है नई ट्रिक, अब तक कई गिरफ्तार - इंदौर पुलिस
क्रिकेट वर्ल्ड कप पर सट्टा लगाने वाले और लगवाने वाले लोगों को पकड़ने में पुलिस को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही थी. लेकिन अब लगातार इन बदमाशों को पकड़ा जा रहा है, पुलिस भी अब सटोरियों की तरह ही काम कर रही है और कई कार्रवाई में खुद ग्राहक बनकर सटोरियों तक पहुंच रही है.
![सटोरियों को पकड़ने के लिये इंदौर पुलिस की ये है नई ट्रिक, अब तक कई गिरफ्तार](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-3707074-thumbnail-3x2-indorepolice.jpg)
वर्ल्डकप को लेकर सट्टा बाजार भी गर्म रहता है ऐसे में सटोरिए ना केवल ऑनलाइन सट्टा बल्कि बहुत से एप्लीकेशन के माध्यम से भी सट्टा लगाते हैं. शहर में कई बार पुलिस सटोरियों के अड्डों पर दबिश देने पहुंचती है लेकिन उससे पहले सटोरिए मौके से फरार हो जाते हैं. ऐसे में क्राइम ब्रांच पुलिस अब नए हथकंडे अपनाकर सटोरियों तक पहुंच रही है. पुलिस अब खुद ग्राहक बनकर सट्टा लगाकर सटोरियों को भरोसे में लेती है और उनके अड्डों पर कार्रवाई करती है.
पुलिस इस कार्रवाई की ट्रिक को कई बार अपना चुकी है, इसमें कई ऐसे अपराधी पकड़ में आए हैं जो पहले भी सट्टे के कारोबार में पकड़े जा चुके हैं और जेल से छूटने के बाद फिर से क्रिकेट पर सट्टा लगाने और लगवाने का काम शुरू कर दिया. जिस तरह कई तरह की एप्लीकेशंस आजकल सामने आई हैं, उससे भी सट्टा लगाया जा रहा है इसके लिए पुलिस कई बार खुद सटोरिए बनकर इन एप्लीकेशंस तक पहुंच रही है. हालांकि, पुलिस की कोशिश आखिरी कड़ी तक पहुंचने की होती है इस कारण पुलिस तब तक ग्राहक बनी रहती है, जब तक की सभी आरोपियों की पहचान ना कर ली जाए.