इंदौर। शहर के पश्चिम एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे ने अपनी पुलिसिंग के कार्यों से हटकर एक ऐसी मानवता की मिशाल शहर वासियों के सामने पेश की है.जिसकी जितनी तारीफ की जाए कम है.बता दें कि जहां एडिशनल एसपी चौबे ने दो मासूम बच्चों के माता पिता का कोरोना काल में महामारी के चलते निधन हो गया था, उन मासूम बच्चों को एडिशनल एसपी चौबे ने अपनी पहल से एक निजी स्कूल में पढ़ाई के लिए निशुल्क एडमिशन करवाया है. और उनके खाने पीने की भी व्यवस्था की.
कोरोना ने छीना दो मासूमों से मां-बाप का साया, बच्चों की मदद के लिए आगे आई इंदौर पुलिस - helping two innocent children
इंदौर में कोरोना महामारी के कारण कई बच्चे अपने माता-पिता से दूर हो गए हैं. ऐसे बच्चों की जहां प्रशासन कई तरह से मदद करने में जुटा है तो वहीं पुलिस विभाग भी ऐसे बच्चों को चिन्हित करते हुए उनकी हर संभव मदद करने में जुटा हुआ है. इसी कड़ी में इंदौर के एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे ने भी ऐसे दो बच्चों की मदद का बीड़ा उठाया है.
इंदौर पुलिस ने अपने पुलिस के कार्यों के साथ ही लोगों की मदद का बीड़ा भी उठाया हुआ है.बता दें कि संस्था सत्यकाम के माध्यम से पश्चिम एडिशनल एसपी द्वारा बुजुर्ग लोगों को भोजन देने का काम किया जाता है. मदद के दौरान एक बुजुर्ग महिला के पास जब ग्रुप के सदस्य भोजन देने पहुंचे तो महिला के पास बैठे दो मासूम बच्चों पर उनकी निगाह गई और उनके बारे में जब जानकारी जुटाई तो पता लगा वो दादी के पास रहते हैं. उनके माता- पिता की मौत कोरोना से हो चुकी है. जानकारी लगते से ही एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे मालवा मिल स्थित बच्चों से मिलने पहुंचे और तत्काल ही अपनी पहल से एक निजी स्कूल के संचालक से बात कर दोनों बच्चो का स्कूल में निशुल्कः एडमिशन करवाया. इसी के साथ उनके खाने की व्यवस्था भी की , वहीं उन्हें किसी तरह की कोई तकलीफ न हो इसके लिए उनकी देख- रेख करने के लिए दो वॉलंटियर्स भी निगरानी के लिए रखे.जिससे उन्हे कोई परेशानी न हो.