इंदौर।शहर में जिस तरह से नकली शराब के कारण एक के बाद एक पांच मौतें हुईं. इसके बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. अन्य आरोपियों की तलाशी की जा रही है. पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन अब आबकारी अधिकारी की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
एक सप्ताह में हुईं पांच मौतें
बता दें कि पिछले एक सप्ताह में अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पांच मौतें हो चुकी हैं. मौत का कारण जहरीली और नकली शराब मानी जा रही है. हालांकि शुरुआती दो मौत के बाद आबकारी विभाग मृतकों के परिजनों और चिकित्सकों की बात को झुठलाता रहा, लेकिन पुलिस की सक्रियता से खुलासा हुआ कि इंदौर के आसपास के इलाकों से नकली शराब का निर्माण हो रहा है, जिसे आसपास के जिलों में खपाया जा रहा है.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
पुलिस ने शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ विसरा रिपोर्ट का भी परीक्षण किया गया. इसमें इथाइल अल्कोहल और मिथाइल अल्कोहल की पुष्टि हुई. यह एक तरीके का जहर है. इसके बाद स्पष्ट हुआ कि बीते दिनों हुईं पांच मौतें जहरीली शराब से ही हुईं.
गैर इरादतन हत्या का मामला भी किया गया दर्ज
एक के बाद एक मौत होने के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया. इस कड़ी में पुलिस ने सपना और पैराडाइज बार के संचालकों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि आरोपी रिकॉर्ड सप्लायर के अतिरिक्त बाहर से भी सस्ते दामों पर शराब खरीदते थे. इस शराब को फिर बार में खपाया जाता था. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.
एक-एक कर सामने आए मामले
एरोड्रम, बाणगंगा के अतिरिक्त जूनी इंदौर थाना क्षेत्र में युवक ने शुक्रवार रात शिकायत दर्ज करवाई थी कि शराब के सेवन के बाद उसकी आंखों की रोशनी अचानक कम हो गई. उसकी तबीयत बिगड़ गई. पुलिस ने आनन-फानन में केस दर्ज किया. जांच में पता चला कि तरुण ने बंटी नामक युवक से अंग्रेजी शराब खरीदी थी. उसके सेवन के बाद ही हालत बिगड़ी. इसके बाद पुलिस ने बंटी को गिरफ्तार कर लिया. बंटी ने पूछताछ में उसके दो अन्य सहयोगी की भी भूमिका के बारे में जानकारी दी. पुलिस ने सोनू और नवीन को भी गिरफ्तार कर लिया.