इंदौर।70 करोड़ रुपए के MDMA ड्रग्स मामले में पुलिस ने रविवार को तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन तीनों में से एक आरोपी 1993 में हुए मुंबई बम धमाके का आरोपी रहा है. वहीं दूसरा गुलशन कुमार हत्याकांड का आरोपी रहा है. पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने अब इस मामले में 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जानें इन आरोपियों की क्या है प्रोफाइल.
इंदौर पुलिस ने रविवार को वसीम खान, अय्यूब कुरैशी और गौरव उर्फ मोंटू पुरी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने वसीम खान को नासिक से गिरफ्तार किया है. जबकि अय्यूब कुरैशी मुंबई से गिरफ्तार किया गया है. वहीं गौरव को पुलिस ने इंदौर में ही धर दबोचा है.
- गुलशन कुमार हत्याकांड का आरोपी है वसीम
वसीम उर्फ बाबूजी उर्फ असलम खान की उम्र करीब 50 साल है. वो बांद्रा के भैरव बड़ा का रहने वाला है. लेकिन हाल ही में मुंबई साईंनाथ नगर, घरौंदा अपार्टमेंट फ्लैट नंबर 4 नासिक में रह रहा था.
आपराधिक रिकॉर्ड
- साल 1996 में हत्या के अपराध में थाना नागपाडा आर्थर रोड जेल में 3 महीने तक बंद रहा. उसके बाद जमानत पर बाहर आया.
- साल 1997 में गुलशन कुमार हत्याकांड में अबू सलेम के साथियों के साथ उसका नाम केस में जुड़ा. इस केस में वह डेढ़ साल तक कुर्ला, साइन, धारावी में फरारी काटता रहा.
- लेकिन 1998 में गिरफ्तार होने के 3 साल बाद आर्थर रोड जेल में बंद रहा.
पढ़ें-इंदौर: 70 करोड़ MDMA ड्रग्स केस में हुए कई बड़े खुलासे
ऐसे जुड़ा ड्रग्स तस्करी गिरोह में
साल 2001 में छूटने के बाद आरोपी नासिक आ गया था. चार-पांच साल पहले वे अपने दोस्त अय्यूब के साथ रईस खान से मिला था, जो कि ड्रग्स का डीलर था. उसने कुछ पैसों की व्यवस्था के लिए कहा तो ड्रग्स की सप्लाई का रईस खान ने उसे प्रलोभन दिया. इस तरह वो MDMA ड्रग्स की तस्करी और बिक्री के बदले में मोटी रकम कमाने के लिए गिरोह में जुड़ गया. आरोपी बार-बार रईस से ड्रग्स खरीदने लगा. एक के बाद एक चेन बनती गई और कई तस्कर उससे जुड़ गए.
- 1993 मुंबई सीरियल ब्लाास्ट का आरोपी है अय्यूब
अय्यूब की उम्र करीब 55 साल है. वो नौपाड़ा घास बाजार गेट नंबर 18 पीपुल्स वेलफेयर सोसाइटी रूम नंबर 429 बांद्रा ईस्ट मुंबई का रहने वाला है. पहले वो बांद्रा, मुंबई में मटन का व्यापार करता था. उसके पास मटन खरीदने के लिए कई सारे नशे के सौदागर आते थे. ऐसे में वो भी नशे का व्यापार करने वाले लोगों से जुड़ गया. आरोपी अय्यूब साल 1993 में मुंबई में हुए सीरियल बम ब्लास्ट के मामले में भी आरोपी रहा है. आरोपी मुंबई ब्लास्ट के प्रकरण में टाइगर मेमन और प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपियों से संपर्क में था, जिसके कब्जे से गिरफ्तारी के समय मुंबई पुलिस ने विस्फोटक पदार्थ और फायर आर्म्स मय कारतूस जब्त किए थे.
पढ़ें-MDMA ड्रग्स केस: मुंबई धमाके और गुलशन कुमार हत्याकांड के आरोपी भी गिरफ्तार
इस केस में आरोपी अय्यूब 32 महीने तक आर्थर रोड जेल, मुंबई में बंद रहा. जमानत पर बाहर आने के बाद उसने वापस से धंधा शुरू किया. फिर मुंबई कोर्ट से फैसला आने के बाद आरोपी औरंगाबाद जेल चला गया. साल 2008 में सजा काटने के बाद आरोपी अय्यूब जेल से बाहर आ गया. फिर ड्र्ग्स तस्करों से जुड़ कर ड्र्ग्स तस्करी करने लगा.
- कैसे अय्यूब आया गिरफ्त में
आरोपी अय्यूब के संबंध अशफाक उर्फ एसी राज से थे, जिसे पहले ही ड्रग्स तस्करी केस में इंदौर पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. आरोपी अशफाक की निशानदेही पर अय्यूब के नाम का खुलासा होने पर उसको बांद्रा मुंबई से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी ने बताया कि वो इंदौर जिले की बाहरी सीमा में कई बार आरोपी दिनेश अग्रवाल और उसके साथियों से ड्रग्स लेने आया था. वो ड्रग्स खरीद कर खपाने में लगा था.
- इंदौर में गौरव करता था तस्करी
जिस तीसरे आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उसका नाम गौरव उर्फ मोंटू पुरी है. जिसकी उम्र करीब 36 साल है. वो प्रिंस यशवंत रोड, पंढरीनाथ थाना के पीछे रहता है. जानकारी के मुताबिक वो आरोपी रईस और दिनेश अग्रवाल सहित आरोपी अशफाक के संपर्क में था. जिनके जरिए ड्रग्स खरीद कर स्वयं नशा करता था और बाजारों में भी बेचता था.
आरोपी पहले डकैती की योजना के मामले में जेल जा चुका है. इसके अलावा आरोपी पर पंढरीनाथ, सराफा, एमजी रोड, जुनी इंदौर, अन्नपूर्णा, द्वारकापुरी समेत कई थानों में कई मामले दर्ज हुए हैं.
- हो सकते हैं अंडरवर्ल्ड कनेक्शन
चूंकि इस मामले में एक आरोपी अबू सलेम गैंग का पुराना सदस्य है तो ये अनुमान लगाया जा रहा है कि ड्रग तस्करों के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन भी है और जल्द ही इस में भी कुछ बड़े खुलासे हो सकते हैं. साध ही यह भी संभावना है कि जल्द ही ड्रग तस्करों के तार दुबई और खाड़ी देशों से भी जुड़े पाए जा सकते हैं.
- फिरोज लाला गैंग से जुड़े तस्कर हुए थे गिरफ्तार
इंदौर पुलिस ने मुंबई की फिरोज लाला गैंग से जुड़े मंदसौर के रहने वाले तस्कर सरदार खान को गिरफ्तार किया था. सरदार खान लाला गैंग से जुड़कर न सिर्फ मंदसौर बल्कि इंदौर और कई शहरों में भी ड्रग सप्लाई कर रहा था. सरदार खान के लिए इंदौर में तस्कर रईस पिछले 3 साल से तस्करी कर रहा था. इसके साथ ही कासिम और अशफाक भी सरदार खान के लिए काम कर रहे थे. जिनको पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
पढ़ें-MDMA ड्रग्स मामला: मुंबई की फिरोज लाला गैंग से जुड़ा तस्कर गिरफ्तार
- 16 आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
ADG योगेश देशमुख ने बताया कि अब तक इस मामले में पुलिस 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. इन्हीं आरोपियों की निशानदेही पर लगातार आगे की कार्रवाई की जा रही है. फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से सख्ती से पूछताछ कर रही है. पुलिस का अनुमान है कि जल्द ही इस केस में और कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.
पढ़ें-ड्रग्स तस्करों की तलाश में महाराष्ट्र-गुजरात पहुंची इंदौर पुलिस
- गुजरात और महाराष्ट्र गई हैं पुलिस टीमें
पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर आला अधिकारियों ने पुलिस की विभिन्न टीमें गुजरात और महाराष्ट्र के शहरों में भेजी हैं. वहीं पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही महाराष्ट्र और गुजरात के कई बड़े तस्कर पुलिस की गिरफ्त में हो सकते हैं. जिसको लेकर एक बड़ा खुलासा भी किया जा सकता है. फिलहाल गुजरात और महाराष्ट्र में टीमें लगातार ड्रग्स तस्करों के विभिन्न ठिकानों पर दबिश दे रही हैं.