इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर में नर्मदा नदी के जरिए होने वाली वाटर सप्लाई अब सौर ऊर्जा से हो सकेगी. इसके लिए प्रदेश में पहली बार इंदौर नगर निगम ने पब्लिक इश्यू आधारित ग्रीन बांड जारी करने का फैसला किया है. स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग के बाद अब इंदौर नगर निगम के शेयर की बिक्री होगी. जिसकी राशि से इंदौर की जलापूर्ति के लिए 60 मेगावाट का सोलर प्लांट स्थापित होगा.
पब्लिक इश्यू आधारित ग्रीन बांड: दरअसल करीब 40 लाख की आबादी वाले इंदौर शहर में हर साल नगर निगम को महेश्वर के जलूद से नर्मदा का पानी विद्युत मोटर के जरिए पंपिंग करके इंदौर पहुंचाना होता है. हर साल इसके लिए नगर निगम को करीब 25 से 30 करोड़ का बिजली बिल विद्युत वितरण कंपनी को चुकाना होता है. यही वजह है कि इस भारी-भरकम बिजली बिल से मुक्ति के लिए इंदौर नगर निगम ने वर्ष 2009 में ही सौर ऊर्जा से वाटर पंपिंग की पहल की थी. जिससे कि जलूद में करीब ढाई सौ मेगावाट का सोलर प्लांट स्थापित किया जा सके. नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल के मुताबिक हाल ही में राज्य सरकार ने इंदौर नगर निगम को पहले चरण में 60 मेगा वाट का प्लांट लगाने की अनुमति दी है. राज्य शासन की अनुमति के बाद नगर निगम ने सोलर प्लांट पर होने वाले खर्च के लिए पहली बार पब्लिक इश्यू आधारित ग्रीन बांड जारी किए हैं.
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