जनता का इलेक्शन बना कर्मकांड और मुहूर्त का चुनाव, टिकट की घोषणा से लेकर नामांकन तक हर जगह दिखा वैदिक मान्यताओं का असर, पढ़ें खास रिपोर्ट - last day of nomination
Importance of Ritual and Muhurat in Election: एमपी की राजनीति में आज नामांकन का आखिरी दिन था. इसी सिलसिले में बचे हुए उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए. असल में अक्सर हमने देखा कि ज्योतिष और कर्मकांड चुनाव के नामांकन के समय खासा महत्व बढ़ जाता है. ऐसे में अब कई प्रत्याशी मुहूर्त के हिसाब से चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. पढ़ें, ईटीवी भारत के लिए इंदौर से सिद्धार्थ माछीवाल की रिपोर्ट...
इंदौर।राजनीति में ज्योतिष और कर्मकांड के साथ चुनावी मौसम में मुहूर्त का भी बड़ा महत्व है. आजकल कैंडिडेट चुनाव में उतरने से लेकर नामाकंन फॉर्म भरने के अलावा चुनाव प्रचार शुरू करने जैसे राजनीतिक कामों में इन चीजों को महत्वपूर्ण मानता है. यही वजह है कि राजनीतिक पार्टियां अब अच्छे मुहूर्त में जीत की उम्मीद लिए न केवल प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुके हैं. बल्कि, अब नामांकन भरने में भी प्रत्याशी अपने-अपने मुहूर्त के हिसाब से ही चुनावी मैदान में उतर रहे हैं.
दरअसल, मध्य प्रदेश के वर्तमान चुनावी पर नजर डालें, तो मुहूर्त के साथ शुभ अंकों के परिणाम की संभावना लिए नवरात्रि के पहले दिन कांग्रेस ने 9 अंक का ध्यान रखते हुए शुभ मुहूर्त और चौघड़िया देखकर 144 प्रत्याशियों की सूची जारी की थी. इसमें भी खास बात यह थी कि नवरात्रि के पहले दिन यह सूची 9 बजकर 9 मिनट पर जारी हुई. कांग्रेस नेताओं के बीच मान्यता है कि 9 का अंक कांग्रेस के लिए शुभ है. इसके बाद एक के बाद एक करके जितनी भी सूची कांग्रेस ने जारी की उनमें भी मुहूर्त का खास ध्यान रखा गया.
मुहूर्त की इसी परंपरा को फिर पार्टी के बाद उम्मीदवारों ने भी बखूबी निभाया. कई प्रत्याशी ऐसे थे जो अपनी कुंडली और राशि के मुताबिक मुहूर्त निकलवाने पुरोहितों और ज्योतिषाचार्य के पास भी पहुंच गए. इसके बाद अधिकांश प्रत्याशियों को जब बताया गया कि 27 अक्टूबर को आश्विन शुक्ल पक्ष की सूर्योदय त्रयोदशी पर दोपहर करीब 2:00 बजे से लेकर शाम तक मुहूर्त भरा जा सकता है, तो अधिकांश प्रत्याशी आज इसी मुहूर्त में अपना नामांकन भरने पहुंचे.
ऐसा नहीं है कि इस मुहूर्त में नामांकन जमा करने का लाभ सिर्फ कांग्रेस उम्मीदवारों ने लिया हो, बल्कि मुहूर्त के मौके का लाभ उठाने में भाजपा प्रत्याशी भी पीछे नहीं रहे. इंदौर में ही कांग्रेस के उम्मीदवार चिंटू चौकसे, पिंटू जोशी भाजपा उम्मीदवार मधु वर्मा महू से कांग्रेस प्रत्याशी रामकिशोर शुक्ला भाजपा की प्रत्याशी उषा ठाकुर कांग्रेस उम्मीदवार सतनारायण पटेल के अलावा कई निर्दलीय प्रत्याशियों और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों ने भी आज शुभ मुहूर्त में अपने-अपने नामांकन दाखिल किया. न केवल इंदौर बल्कि मालवा निमाड़ अंचल के कई प्रत्याशी भी आज मुहूर्त में अपने-अपने नामांकन भरते नजर आए. इनमें बुरहानपुर की भाजपा प्रत्याशी अर्चना चिटनीस के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी हर्षवर्धन सिंह चौहान कसरावद से कांग्रेस उम्मीदवार सचिन यादव आदि नेताओं ने भी मुहूर्त में नामांकन जमा करने का लाभ लिया.
श्राद्ध पक्ष में देवताओं के साथ पितरों का भी आशीर्वाद:दरअसल, इस बार भाजपा की पहली सूची श्राद्ध पक्ष में जारी हुई थी. जिसे लेकर माना जा रहा था कि यह मुहूर्त के हिसाब से सही नहीं है. ज्योतिष और पंचांग की मान्यता के अनुसार, श्राद्ध पक्ष में कोई कार्य शुरू करने पर देवताओं के साथ पितरों का भी आशीर्वाद रहता है. संभवत इसीलिए भाजपा ने अपनी पहली सूची जारी करने में इस बार श्राद्ध पक्ष को बड़ा नहीं माना. हालांकि, कांग्रेस इस बार अपनी हर चुनावी गतिविधि में मुहूर्त पर विशेष फोकस किए हुए हैं.
प्रत्याशी ज्योतिषियों से पूछ रहे हैं मुहूर्त:पंडित रामचंद्र शर्मा वैदिक के अनुसार, इस समय के माहौल में प्रत्याशी प्रचार में जाने से लेकर उन्हें कौन से कपड़े पहनना है. कपड़ों का रंग कौन सा होगा, किस दिशा में प्रचार करते हुए आगे बढ़ाना है, और प्रतिदिन के हिसाब से मुहूर्त और दिन की चौघड़िया क्या रहने वाली है. इस पर भी पड़ताल करके अमल में ला रहे हैं.