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IIM Indore के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस अन्वेषण के पहले बैच की हुई शुरुआत, 14 राज्यों के 26 अधिकारी होंगे शामिल - सेंटर ऑफ एक्सीलेंस अन्वेषण के पहले बैच शुरू

IIM इंदौर ने केन्द्रित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, अन्वेषण के पहले बैच की शुरुआत सोमवार को की गई. अन्वेषण के पहले बैच में नगर आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित 26 अधिकारी शामिल हैं.

Indore News
आईआईएम इंदौर के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस अन्वेषण के पहले बैच शुरू

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Published : Jul 31, 2023, 11:02 PM IST

इंदौर। भारतीय प्रबंध संस्थान यानी आईआईएम इंदौर ने अपशिष्ट प्रबंधन और वॉश (वॉटर, सैनिटेशन और हाइजीन - जल, स्वच्छता और सफाई) पर केन्द्रित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, अन्वेषण के पहले बैच की शुरुआत सोमवार को की गई. आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय ने बैच का उद्घाटन किया. इस अवसर पर इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव विशेष अतिथि रहे. इस मौके पर आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो.हिमांशु राय ने संबोधित करते हुए जनभागीदारी के महत्व पर जोर दिया और कहा कि सहयोगात्मक भागीदारी के माध्यम से इंदौर को देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में अपना स्थान बनाए रखने में मदद मिली है. उन्होंने कहा कि सफलता की कुंजी सहयोग में निहित है और प्रतिभागियों से हंसों से सीखने का आग्रह किया.

इंदौर देशभर में स्वच्छता में नंबर वनः इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि ठआज से कुछ समय पहले तक शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) का निर्माण मुख्य रूप से बुनियादी ढांचे शिक्षा औद्योगिकीकरण और संसाधन प्रबंधन पर ही केन्द्रित था. लेकिन स्वच्छ भारत मिशन से इस मानसिकता में बदलाव आया है. उन्होंने स्वच्छता और विकास में इंदौर की सफलता का उदाहरण देते हुए विचार प्रक्रिया में बदलाव की सराहना की. इंदौर जो कभी 47वें स्थान पर था, अब छह साल से लगातार स्वच्छता में शीर्ष स्थान पर है. यह सब व्यवहार परिवर्तन के कारण ही संभव हुआ है. अपने शहर के बारे में लोगों के सोचने के तरीके में यह बदलाव नागरिकों को नियमों का पालन करने और योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करने में सहायक रहा है.

आईआईएम इंदौर के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस अन्वेषण

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14 राज्यों के 26 अधिकारी पहली बैच में शामिलः अन्वेषण के पहले बैच में नगर आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित 26 अधिकारी शामिल हैं. ये अधिकारी 14 विभिन्न राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनमें गुजरात, सिक्किम, आंध्र प्रदेश, मणिपुर सहित विभिन्न राज्य शामिल हैं. अन्वेषण की शुरुआत समुदायों और क्षेत्रों में अपशिष्ट प्रबंधन और स्वच्छता प्रथाओं को आगे बढ़ाने के प्रति इन अधिकारियों समर्पण को दर्शाता है. 4 दिवसीय कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों को आईआईएम इंदौर के फैकल्टी फॉरेन पार्टनर यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञ, जीआईजेड इंडिया के विशेषज्ञ और अन्य नगर निगमों के अधिकारियों के साथ बातचीत करने का अवसर मिलेगा. कार्यक्रम में अपशिष्ट से धन परिवर्तन में व्यावहारिक अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्रों का दौरा भी शामिल होगा.

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