इंदौर। शहर में जब से नाइट कल्चर लागू हुआ है, तब से पुलिस प्रशासन के साथ-साथ अब शहर के जनप्रतिनिधियों की चिंताएं बढ़ गई हैं. इसको देखते हुए शहर के जनप्रतिनिधियों ने पुलिस कमिश्नर, कलेक्टर और निगम कमिश्नर को बुलाकर साफ तौर पर यह दिशा-निर्देश दिए हैं कि नाइट कल्चर के समय शहर की आबोहवा और नाम खराब हो रहा है. ऐसे शरारती तत्वों पर सख्ती की जाए, नशे पर रोक लगाई जाए, ताकि शहर की आबोहवा खराब ना हो. जिसको लेकर जिला कलेक्टर ने अब अपने अधिकारियों की एक टीम गठित की है. ऐसे पब और बार पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया है, जो नियम का उल्लंघन देर रात तक कर रहे हैं.
नाइट कल्चर को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने ली बैठकः बता दें कि नाइट कल्चर का फायदा कुछ शरारती तत्व उठा रहे हैं, जो देर रात तक नशाखोरी, शराब खोरी करते हैं, फिर नशे में मदहोश होकर सड़कों पर उत्पात मचाते हैं. जिसके कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. साथ में महिलाएं रात को घर से बाहर निकलने में असुरक्षित महसूस करती हैं. इसको लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने तमाम अपने नेताओं, पुलिस कमिश्नर, कलेक्टर के साथ बैठक की और साफ तौर पर दिशा-निर्देश दिए हैं कि नशे पर रोक लगाई जाए. उन्होंने कहा कि नाइट कल्चर के दौरान जो युवा नशा करें, उत्पात करें, उन पर रोक लगाई जाए ताकि इंदौर शहर का नाम खराब ना हो सके. इसके बाद से ही पुलिस प्रशासन ने अब देर रात ऐसे नशाखोरी करने वाले युवक युवतियों पर कार्रवाई करना शुरू कर दी है जो सड़कों पर पर नशाखोरी करते हैं और उत्पात मचाते हैं.