इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर नगर निगम द्वारा 7500 करोड़ का बजट पेश किया गया है. जिसमें शहर को क्लीन सिटी बनाने के साथ शहरवासियों के लिए कई सौगातों की घोषणा महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा की गई है. माना जा रहा है कि साल भर में बजट की घोषणाओं पर अमल शुरू होते ही इंदौर तेजी से बनते महानगर के अनुसार संसाधन और सुविधाएं भी हासिल कर सकेगा. हालांकी विपक्ष ने इस बजट को महज कोरी घोषणाएं बताते हुए विभिन्न मुद्दों पर शहर की जनता के साथ छलावा करने का भी आरोप लगाया है.
7500 करोड़ रुपए से अधिक का बजट:इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में नगर निगम बजट की घोषणा करते हुए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सड़क बिजली पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के अलावा शहर को मिलने वाली विभिन्न सौगातें बजट के माध्यम से सार्वजनिक की. महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया बजट में 7i की अवधारणा को साकार करते हुए आइडिया इनोवेशन इंवॉल्वमेंट आईटी इनीशिएटिव ऑपरेशन और इंडिपेंडेंट के आधार पर स्वच्छता के साथ-साथ विभिन्न सेक्टर में आगे बढ़ने का काम किया जाएगा. महापौर पुष्यमित्र भार्गव के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2023 के बजट में 7 हजार 773 करोड़ की आय को सम्मिलित करते हुए बजट प्रस्तुत किया गया है जिसमें कोई नया कर नहीं लगा है.
बनेगा मॉडर्न ऑडिटोरियम: महापौर ने बताया शहर के पश्चिम क्षेत्र में मॉडर्न ऑडिटोरियम का प्रावधान किया गया है. बगीचों को सोलर ऊर्जा से रोशन किए जाएगा, बजट में सोलर सिटी डिजिटल सिटी क्लीन सिटी और ट्रैफिक सुधार को प्राथमिकता दी गई है. इसके अलावा अमृत मिशन टू योजना के तहत जलोद से नर्मदा नदी से पानी लेने के लिए चौथा चरण शुरू किया जाएगा. इसके लिए 15 सौ करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. जिसमें 900 एमएलडी पानी की आपूर्ति शहर को हो सकेगी. वहीं शहर में स्थित कुएं बावड़ी के रखरखाव के लिए 30 करोड़ का प्रावधान बजट में किया गया है.