इंदौर। स्वच्छता का रोल मॉडल बन चुके इंदौर के सभी वार्डों को स्वच्छता के मामले में आत्मनिर्भर बनाने की कवायद भी इंदौर नगर निगम कर रहा है. इसी को साकार करने के लिए नगर निगम ने जीरो वेस्ट वार्ड अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान के तहत नगर निगम सभी वार्डों में प्रतियोगिता के माध्यम से लोगों के घरों में ही गीला कचरा कंपोस्ट करने और बाकी कचरे के सेग रिग्रेशन करने के लिए प्रेरित कर रहा है.
इंदौर नगर निगम के द्वारा शहर में जीरो वेस्ट वार्ड की प्रतियोगिता शुरू की गई है. जीरो वेस्ट वार्ड में किसी प्रकार का गीला और सूखा कचरा नगर निगम के कचरा वाहनों में नहीं भेजा जाएगा. जीरो वेस्ट वार्डों में प्रतिस्पर्धा की जाएगी और जो वार्ड पहले जीरो वेस्ट वार्ड घोषित होगा. वहां एक करोड़ के विकास कार्य किए जाएंगे. इसे लेकर इंदौर के वार्ड 32 में भी जीरो वेस्ट वार्ड की शुरुआत की गई है.
स्वच्छता सर्वेक्षण में बाजी मारने के लिए इंदौर नगर निगम शुरू की कवायद, 'जीरो वेस्ट वार्ड अभियान' का आगाज - जीरो वेस्ट वार्ड अभियान
इंदौर नगर निगम ने पांचवी बार स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन आने के लिए एक और कवायद शुरू की है. जीरो वेस्ट वार्ड अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान के तहत नगर निगम सभी वार्डों में प्रतियोगिता के माध्यम से लोगों के घरों में ही गीला कचरा कंपोस्ट करने और बाकी कचरे के सेग रिग्रेशन करने के लिए प्रेरित कर रहा है.
प्रतिभा पाल निगमायुक्त
आगामी 14 नवंबर तक यह वार्ड अपने आप को जीरो वेस्ट वार्ड के रूप में तब्दील करेगा. इसे लेकर इंदौर की निगम आयुक्त प्रतिभा पाल का कहना है कि जीरो वेस्ट वार्ड की परिकल्पना पूरी तरह कम्युनिटी पार्टिसिपेशन पर आधारित हैं और यदि सभी वार्ड के लोग पार्टिसिपेशन करेंगे तो उतना ही पर्यावरण बचाने में भी मदद मिलेगी. जीरो वेस्ट वार्ड से इंदौर को पांचवी बार नंबर वन बनने में भी सहायता मिलेगी.
Last Updated : Sep 30, 2020, 4:55 PM IST