इंदौर।कोरोना काल में आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे इंदौर शहर के विकास के लिए नगर निगम ने इस साल 82 करोड़ रुपए के घाटे का बजट पेश किया है. यह पहला मौका है जब 3 दिन के लगातार मंथन के बाद बजट के प्रारूप को अंतिम रूप दिया गया. इस बार के बजट में शहर की जनता पर कोई नया टैक्स नहीं लगाया गया और ना ही टैक्स की दरों में कोई परिवर्तन किया गया है. हालांकि फिर भी नगर निगम ने प्रमुख विकास कार्यों के लिए पर्याप्त राशि का प्रावधान बजट में किया है.
स्वच्छता और विकास के तमाम संसाधनों पर फोकस
देश के सबसे स्वच्छ शहर में स्वच्छता बनी रहे इसके लिए 104 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं. इस राशि से 500 मैट्रिक टन क्षमता का कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन वेस्ट प्लांट स्थापित किया जा सकेगा, इसके अलावा स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाते हुए नए सिरे से शहर के 5 वार्डों को 'जीरो वेस्ट वार्ड' बनाया जाएगा. इंदौर नगर निगम ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए 5 करोड़ की राशि का प्रावधान किया है. जिसमें कोरोना के कारण घर से कचरा उठाने में बायो मेडिकल वेस्ट के निपटान की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा हजार्ड्स बेस्ट का कलेक्शन और निष्पादन करने के लिए 2 करोड़ का प्रावधान किया गया है.
सीवर लाइन के रखरखाव और निर्माण के लिए 460 करोड़
वहीं नगर निगम ने सार्वजनिक स्थानों मास्क प्रदाय करने की भी योजना बनाई है. इसके अलावा नए सिरे से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और सीवर लाइन के रखरखाव और निर्माण के लिए 460 करोड़ का प्रावधान किया गया है. शहर में पानी की आपूर्ति के लिए हर घर में नल और हर नल में जल की परिकल्पना के अनुसार शहर के 9 स्थानों पर पानी की टंकी का कार्य किया जाएगा. जिससे 80 किलोमीटर के क्षेत्र में जल वितरण हो सकेगा. इसके अलावा शहरी सीमा के पास नवीन क्लोरिनेशन प्लांट की स्थापना के लिए 5 करोड़ का प्रावधान किया गया है. वहीं सड़कों के लिए 308 करोड रुपए की राशि का प्रावधान किया गया है.