इंदौर। राष्ट्रीय स्तर परस्वच्छता में हैट्रिक लगाने वाला इंदौर शहर इस बार स्वच्छता का चौका लगाने की तैयारी कर रहा है, लेकिन शहरवासियों को इसकी अधूरी जानकारी शहर के सपने को पूरा होने से पहले ही तोड़ सकती है. केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्रालय ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए ऑनलाइन सिटीजन फीडबैक लेना शुरू कर दिया है, जो 31 जनवरी तक लिया जाएगा.
शहरवासियों का फीडबैक कराएगा टॉप सफाई के मामले में इंदौर पूरे देश में तीन बार अव्वल रह चुका हैं, जबकि चौथी बार की पहली दो तिमाही के सर्वे में भी अव्वल रहा है, लेकिन सिटीजन फीडबैक के पहले चरण में टॉप टेन में भी शामिल नहीं हो पाया है. सर्टिफिकेशन में भले ही निगम अच्छे अंक जुटा रहा है, लेकिन फीडबैक फॉर्म भरने में इंदौर लगातार पिछड़ रहा है. यदि इसी तरह इंदौर में चलता रहा तो चौथी बार नंबर वन बनने का सपना टूट सकता है.
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 का तीसरा चरण शुरू हो चुका है, जिसमें देश के 4 हजार 203 शहर हिस्सा ले रहे हैं, इसमें सबसे महत्वपूर्ण सिटीजन फीडबैक फॉर्म ही है. निगम आयुक्त आशीष सिंह का कहना है कि आम जनता जागरूकता दिखा रही है, लेकिन फीडबैक फॉर्म के अंक हासिल करने के लिए ये जरूरी है कि लोग जो फीडबैक दे रहे हैं, वह पूरी तरह सही हो और पॉजिटिव हो, तभी उसके अंक सर्वेक्षण अंकों के साथ जुड़ेंगे.
सिटीजन फीडबैक में भी नंबर वन बनने के लिए नगर निगम अब जनता के बीच अधिक से अधिक जागरूकता फैला रहा है, इसके लिए शहरवासियों से अपील भी की जा रही है. ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा जागरूकता दिखाते हुए ऑनलाइन फीडबैक देने में सहयोग करें. साथ ही लोगों को ये भी जानकारी दी जा रही है कि वे जो फीडबैक दे रहे हैं वह पूरी तरह से सही हो.