इंदौर। अयोध्या में श्री राम मंदिर को लेकर देश भर में आस्था का माहौल है. इस मंदिर की तरह हूबहू मंदिर इंदौर में भी हो इसके लिए सिंदोडा गांव के 400 परिवारों ने अपनी जमीन के प्रति बीघा के हिसाब से ₹2100 दान करते हुए यहां भव्य राम मंदिर तैयार किया है. खास बात यह है कि अयोध्या के राम मंदिर की तरह ही 5 अगस्त 2020 को मंदिर की आधारशिला रखी गई थी. वहीं, इस मंदिर का लोकार्पण 22 जनवरी के स्थान पर अप्रैल में रामनवमी के अवसर पर होगा. ग्रामीणों ने अपील की है कि जो श्रद्धालु 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जा सकेंगे वह रामनवमी पर इस मंदिर में पहुंचकर अयोध्या की मूर्ति की तरह ही स्थापित की जाने वाली मूर्ति के दर्शन कर सकेंगे.
अगस्त 2020 में रकी मंदिर निर्माण की आधारशिला
दरअसल अयोध्या में 5 अगस्त 2020 को अयोध्या के अंदर राम मंदिर निर्माण की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा रखी गई थी. उसी दिन इंदौर जिले के सिंदोडा में भी एक राम मंदिर की स्थापना की गई थी. अयोध्या के तर्ज पर ही सिंदोडा में भी राम मंदिर का निर्माण भव्य पैमाने पर किया जा रहा है. जिसमें करीब करीब डेढ़ करोड रुपए खर्च होंगे. रामनवमी पर राम, लखन, जानकी की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.
मंदिर के लिए ग्रामीणों का दान
सिंदोडा ग्राम पंचायत के सरपंच निलेश पाटीदार ने मंदिर के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि ''5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा मंदिर की स्थापना की गई. उसके पहले गांव के लोगों ने यह निर्णय लिया कि 200 वर्षों के संघर्ष के बाद जो राम मंदिर अयोध्या में बन रहा है इसकी प्रतिकृति के रूप में अयोध्या के राम मंदिर के तर्ज पर हमारे गांव में भी उसी प्रकार का भव्य मंदिर बनना चाहिए. गांव के लोगों ने इस मामले में फैसला लेकर तय किया कि जिसके पास जितनी जमीन है उस जमीन के हिसाब से प्रति बीघा ₹2100 देना होगा. इस पर सभी ग्रामीण राजी हो गए.