इंदौर। स्वच्छता की दौड़ में नंबर वन आने के बाद इंदौर शहर अब घड़ियालों की संख्या को लेकर भी नंबर वन बन गया है. इस बार कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में घड़ियालों की संख्या को लेकर इंदौर को पूरे देश में नंबर वन का ताज मिला है. इस बार इंदौर चिड़ियाघर में घड़ियालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. चिड़ियाघर में घड़ियालों की संख्या करीब 50 से ज्यादा हो गई है. कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में पिछले 5 वर्षों से लगातार घड़ियालों की संख्या में इजाफा हो रहा है. फिलहाल चिड़ियाघर में 4 मादा घड़ियाल हैं.
स्वच्छता में टॉप आने के बाद इंदौर की एक और बड़ी उपलब्धि, अब घड़ियालों की संख्या में बना नंबर वन
कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में घड़ियालों की संख्या को लेकर इंदौर ने नंबर वन का ताज हासिल किया है. इस बार इंदौर चिड़ियाघर में घड़ियालों की संख्या में अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई है.
चिड़ियाघर प्रभारी डॉ. उत्तम सिंह यादव के मुताबिक, चिड़ियाघर में जिस तरह की व्यवस्था और माहौल है, उससे जानवरों की प्रजनन क्षमता में काफी इजाफा हुआ है. चिड़ियाघर में लगातार रह रहे पशु-पक्षियों की संख्या में वृद्धि हो रही है. वहीं घड़ियाल की संख्या में भी वृद्धि हुई है. जिसके चलते प्रदेश के साथ-साथ देशभर के सभी जू में इंदौर का कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय घड़ियालों की संख्या को लेकर नंबर वन बन गया है. बड़ी संख्या में घड़ियालों के जू में होने के चलते उन्हें रखने में अब समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इसी को लेकर देश के अलग-अलग जू में एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत यहां के घड़ियालों को भेजने की तैयारी की जा रही है.
लॉकडाउन के दौरान चिड़ियाघर में जानवरों को खुशनुमा माहौल मिला है. वहीं सैलानियों की गतिविधियां नहीं होने के चलते उन्हें जू में ही जंगल का माहौल महसूस हुआ है. इसी के चलते जानवर अपनी सामान्य गतिविधियां व्यतीत कर रहे हैं.