इंदौर। कॉलेज छात्रा के अपहरण और गैंगरेप की घटना से शहर में सनसनी फैल गई. सरकार और पुलिस प्रशासन एक बार फिर निशाने पर आ गए थे. लेकिन मेडिकल रिपोर्ट ने गैंगरेप की पुष्टि नहीं की. लिहाजा वारदात पर ही सवाल खड़े होने लगे. पुलिस का दावा है कि पीड़िता बार बार बयान बदल रही है. आरोपियों का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड भी नहीं है. हालांकि पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने केस जरूर दर्ज कर लिया है.
मेडिकल रिपोर्ट में गैंगरेप के सबूत नहीं
बीकॉम फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट का आरोप है कि 5 युवकों ने पहले उसका किडनैप किया और फिर गैंगरेप किया. लेकिन जब युवती की मेडिकल रिपोर्ट आई तो कई सवाल खड़े हो गए. मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई. ना ही फॉरेंसिक रिपोर्ट में दुष्कर्म की वारदात का सबूत मिला. पुलिस के मुताबिक युवती के शरीर पर चोट के 2 निशान मिले हैं. जिनमें एक निशान चाकू का बताया जा रहा है. मेडिकल और फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर अब पुलिस मामले को ही संदिग्ध मान रही है. लेकिन पीड़िता की शिकायत पर 5 आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज कर लिया गया है. एक आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
CCTV फुटेज खंगाल रही पुलिस
युवती की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की. आरोपी युवक ने बताया कि वारदात के वक्त वो इंदौर के रंजीत हनुमान और परदेसीपुरा में आरती में मौजूद था. आरोपी की सच्चाई जानने के लिए पुलिस CCTV खंगाल रही है. साथ ही वारदात के समय आरोपी की लोकेशन भी ट्रेस कर रही है.
बार बार बयान बदल रही युवती
पुलिस के मुताबिक पीड़ित युवती अपने बयान बार बार बदल रही है. पूछताछ में उसने ASP को अलग जानकारी दी, जबकि इंस्पेक्टर को कुछ और ही बात बताई. पुलिस का मानना है कि या तो पीड़िता घबराई हुई है और सही जानकारी नहीं दे पा रही है. या फिर वो पुलिस से झूठ बोल रही है. पुलिस अब युवती और उसके परिवार की हिस्ट्री खंगालने में लगी है. साथ ही वारदात के समय युवती की लोकेशन का भी पुलिस पता लगा रही है. इसमें पुलिस CYBER TEAM की भी मदद ले रही है.
दो स्थानों की JOINT POLICE TEAM कर ही जांच
मामले में दो थानों का विवाद भी सामने आया. देर रात तक पूरी घटना बाणगंगा थाना क्षेत्र की बताई जा रही थी. लेकिन सुबह होते होते घटना परदेशीपुरा थाना क्षेत्र की बताई जाने लगी. फाइनली परदेशीपुरा पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज किया. अब दो स्थानों की JOINT POLICE TEAM बनाकर मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.