इंदौर। महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के फिजियोलॉजी विभाग में डिमोंस्ट्रेटर के रूप में काम करने वाले डॉक्टर की वायरोलॉजी लैब में COVID-19 के सैंपलों के परीक्षण संबंधी विवरण रखने के लिए ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन कोरोना वायरस का लेखा जोखा रखते डॉक्टर खुद कोरोना संक्रमित हो गए और उन्हें पता ही नहीं चला.
COVID-19: वायरोलॉजी लैब में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर कोरोना संक्रमित, किए गए आइसोलेट - doctor documenting COVID-19 tests gets infected himself
महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के फिजियोलॉजी विभाग के डॉक्टर वायरोलॉजी लैब में ड्यूटी करते वक्त कब कोरोना पॉजिटिव हो गए, उन्हें पता ही नहीं चला.
मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों का कहना है कि डॉक्टर का प्रयोगशाला में सैंपलों की टेस्टिंग या परीक्षण से संबंधित दस्तावेजों से कोई लेना-देना नहीं था. न ही उन्हें इस काम में महारत हासिल थी, लेकिन जबरन उनकी ड्यूटी वायरोलॉजी लैब में लगा दी गई थी. डीन ने बताया कि संक्रमित डॉक्टर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी स्थिति ठीक है. संक्रमित डॉक्टर के संपर्क में आने वाले कॉलेज के कर्मचारियों और अन्य लोगों को भी आइसोलेट कर दिया गया है.
मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी लैब में इंदौर के साथ-साथ पश्चिमी मध्यप्रदेश के अन्य जिलों के COVID-19 के सैंपल का परीक्षण किया जा रहा है. सरकार द्वारा संचालित महाराजा यशवंतराव अस्पताल (एमवायएच) की एक महिला डॉक्टर, एक नर्स और कुछ अन्य कर्मचारियों में भी कोरोना वायरस संक्रमण पाया गया है.