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हाईप्रोफाइल हनीट्रैप: जिला कोर्ट में हुई सुनवाई के बाद SIT को सबूत पेश करने का आदेश - एसआईटी

निगम अधिकारी हरभजन सिंह ने भोपाल की रहने वाली महिलाओं के खिलाफ ब्लैकमेलिंग सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज करवाया था, जो करीब एक साल से चल रहा है. इसी मामले को लेकर आज इंदौर जिला कोर्ट ने एसआईटी को सबूत पेश करने के आदेश दिए हैं.

indore district court ordered to SIT to present evidence
एसआईटी को सबूत पेश करने का आदेश

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Published : Nov 6, 2020, 10:02 PM IST

Updated : Nov 6, 2020, 10:16 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश की सियासत में भूचाल लाने वाले हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले की सुनवाई इंदौर की जिला कोर्ट में चल रही है. तकरीबन एक साल पहले पलासिया पुलिस ने इस पूरे मामले में भोपाल की पांच महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया था. इसके बाद से ही पूरे केस की सुनवाई जिला कोर्ट में लगातार जारी है.

लगातार सुनवाई में लेटलतीफी को लेकर पिछले दिनों जिला कोर्ट ने एसआईटी को इलेक्ट्रॉनिक सबूत जल्द से जल्द कोर्ट के सामने पेश करने के निर्देश दिए थे, जिसकी सुनवाई आज जिला कोर्ट में हुई. हालांकि, इस पूरे मामले में एक बार फिर से एसआईटी ने इलेक्ट्रॉनिक्स सबूत कोर्ट के सामने प्रस्तुत करने की बात कही है.

एसआईटी को सबूत पेश करने का आदेश

ये हैं पूरा मामला

तकरीबन एक साल पहले पलासिया थाने में निगम अधिकारी हरभजन सिंह ने भोपाल की रहने वाली महिलाओं के खिलाफ ब्लैकमेलिंग सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज करवाया था. इस पूरे मामले में पुलिस ने भोपाल की रहने वाली पांच महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया था, जिन्हें फिलहाल जेल भेज दिया गया है. इनके पास से बड़ी संख्या में ब्लैकमेल करने वाले वीडियो, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स सहित अन्य सामान जब्त किया गया था.

इंदौर जिला कोर्ट में जारी है सुनवाई

हाईप्रोफाइल मामला होने के चलते इसकी जांच लंबे समय से एसआईटी द्वारा की जा रही है. वहीं इस पूरे मामले की सुनवाई इंदौर जिला कोर्ट में भी लगातार जारी है. पिछली दफा जिला कोर्ट ने हनीट्रैप मामले की सुनवाई करते हुए एसआईटी को निर्देश दिए थे कि मामले से जुड़े जितने भी इलेक्ट्रॉनिक सबूत हैं, उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया जाए. इसी के संबंध में आज एक बार फिर से कोर्ट में सुनवाई हुई.

एसआईटी ने मांगे थे तीन सप्ताह

सुनवाई के दौरान एसआईटी की ओर से एक पत्र जिला कोर्ट के सामने प्रस्तुत किया गया, जिसमें एसआईटी के अधिकारियों द्वारा कोर्ट से गुहार लगाई गई कि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को कोर्ट के सामने प्रस्तुत करना है, जिसकी जांच-पड़ताल हैदराबाद की लैब में की जा रही है. इस पूरी जांच में दो से तीन सप्ताह और लगेगा. दो से तीन सप्ताह बीत जाने के बाद सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, कुछ वीडियो सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान कोर्ट के सामने पेश किए जायेंगे. एसआईटी द्वारा पत्र प्रस्तुत करने के बाद जिला कोर्ट ये आदेश दिए कि 23 नवंबर को उन सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को कोर्ट के सामने पेश किया जाएं.

फिलहाल, इस पूरे मामले में जिला कोर्ट में सुनवाई चल रही है, लेकिन एसआईटी द्वारा लगातार वीडियो सहित अन्य सबूत की जांच के नाम पर समय लिया जा रहा है. अब 23 नवंबर को जिला कोर्ट में एक बार फिर से सुनवाई होगी. अगर सुनवाई के दौरान किसी तरह के आदेश दिए गए तो निश्चित तौर पर आने वाले समय में एसआईटी अपनी जांच आगे बढ़ा सकती है.

Last Updated : Nov 6, 2020, 10:16 PM IST

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