Indore Crime News: मोबाइल बेचने की फिराक में घूम रहे थे बदमाश, तभी आ गई पुलिस... - इंदौर लेटेस्ट न्यूज
इंदौर की राजेन्द्र नगर पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. पुलिस 4 चोरों को गिरफ्तार कर उनके पास से 32 मोबाइल बरामद किए हैं. आरोपी इतने शातिर है कि खरगोन में एक दुकानदार के माध्यम से लूटे हुए मोबाइल के आईआईएम नंबर सहित विभिन्न तरह की जानकारियों को डिलीट करवा देते थे.
इंदौर पुलिस ने 4 चोरों को किया गिरफ्तार
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Published : Apr 10, 2023, 8:36 PM IST
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Updated : Apr 10, 2023, 8:53 PM IST
इंदौर पुलिस ने 4 चोरों को किया गिरफ्तार
इंदौर। राजेन्द्र नगर थाना क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से लगातार मोबाइल लूट की वारदातें सामने आ रही हैं. इसी कड़ी में इंदौर की राजेन्द्र नगर पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपियों से 32 मोबाइल भी जब्त किये हैं. आरोपी लूटे हुए मोबाइल के आईआईएम नंबर को चेंज करवाने के लिए खरगोन जाते थे. पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी हुई है और जल्द ही कुछ और बड़े खुलासे हो सकते हैं.
4 आरोपी गिरफ्तार: इंदौर की राजेंद्र नगर पुलिस से पिछले दिनों एक फरियादी ने मोबाइल लूट की शिकायत की थी. इस पूरे मामले में पुलिस ने काफी बारीकी से जांच पड़ताल शुरू की और मोबाइल लूट की वारदातों को अंजाम देने वाले आरोपियों की तलाश में आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक किया. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग सस्ते मोबाइल बेचने के लिए इंदौर आने वाले हैं. इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों की पहचान सुजल, आकाश, रोहित एवं पंकज के रूप में हुई है.
चोरों से 32 मोबाइल जब्त: पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कई लोगों के साथ मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम दिया है. आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने 32 मोबाइल जब्त किए हैं. आरोपियों ने बताया कि वह राह चलते लोगों को पहले चिन्हित करते और इस दौरान कोई भी व्यक्ति मोबाइल पर फोन पर बात करते हुए नजर आता तो उससे मोबाइल छीनकर फरार हो जाते थे. पुलिस ने आरोपियों के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड भी जब्त किए हैं.
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चोरी के बाद खरगोन जाते थे आरोपी:बताया जा रहा है कि आरोपी जिस भी मोबाइल को लूटते थे उनके आईआईएम नंबर को चेंज करवाने के लिए शहर से तकरीबन 150 किलोमीटर दूर खरगोन जाते थे और वहां पर एक मोबाइल दुकानदार के माध्यम से लूटे हुए मोबाइल के आईआईएम नंबर सहित विभिन्न तरह की जानकारियों को डिलीट करवा देते थे. फिर उन्हें कम दामों में शहर सहित अन्य जगह पर बेच देते थे. मोबाइल से जो भी पैसा मिलता था वह आपस में बांट लेते थे. चोरी के पैसों से अपने शौक पूरे करते थे.