इंदौर।जिमें लगातार धोखाधड़ी की वारदात सामने आ रही है. इंदौर की राऊ पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में एक आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है. उसकी तलाश की जा रही है. वहीं इंदौर के तुकोगंज थाना क्षेत्र में एक लोन कंपनी में काम करने वाली युवती ने अपने भाई के साथ मिलकर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया है. इस मामले में पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पैसों का हेरफेर:इंदौर के राऊ क्षेत्र में अवध वाटिका में रहने वाले लोकेश पाटीदार ने कॉलोनी का मेंटेनेंस का काम करने वाले कमल पाटीदार के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करवाया है. पीड़ित ने पुलिस को बताया कि कमल पाटीदार कॉलोनी में सुपरवाइजर का काम करता है. कॉलोनी में मेंटेनेंस राशि को इकट्ठा कार्यालय में जमा करने का काम भी कमल पाटीदार करता था. पिछले दिनों उसने कॉलोनी की मेंटेनेंस के नाम पर 7 लाख रुपए कॉलोनी के रहवासियों से इकट्ठा किया, लेकिन उसने कॉलोनी के अकाउंट में जमा नहीं किया. उन पैसों को लेकर फरार हो गया.
इस बात की जानकारी कमल ने उन्हें भी नहीं दी. जब जानकारी लगी तो, उन्होंने पहले कमल से बात की लेकिन वह राशि लौटाने को लेकर तैयार नहीं हुआ. इसके बाद लोकेश पाटीदार ने राऊ पुलिस में शिकायत की. पुलिस ने जांच करते हुए कमल पाटीदार के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है. उसे जल्द गिरफ्तार करने की बात कही जा रही है.
कंपनी में अकाउंटेंट की हेराफेरी: इसी के तहत तुकोगंज थाना क्षेत्र में आवास और अन्य लोन देने वाली कंपनी के कर्मचारियों द्वारा लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने की घटना सामने आई है. मामले में पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर 420 सहित विभिन्न धाराओं में कर्मचारी युवती के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया गया है. दरअसल मामला यह है कि तुकोगंज थाना क्षेत्र में हीरो फिंनकार्प लोन प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी संचालित होती है. जिसको संचालन करने वाले धनसिह पटेल को लगातार कंपनी में घाटा होता हुआ नजर आ रहा था. जिसको लेकर आवास लोन का काम संभालने वाले उनके बेटे को जब मामले के बारे में बताया, तो बेटे द्वारा कंपनी में ही अकाउंटेंट के पद पर पदस्थ एक युवती से बातचीत की, फिर अकाउंट की जानकारी ली.
युवती ने भाई के साथ मिलकर घटना को दिया अंजाम: अकाउंटेंट युवती ने आधी अधूरी जानकारी दी, तो वहीं युवती का भाई भी उसी कंपनी में काम करता था. जब उससे बातचीत की गई तो उसने भी पूरे मामले में बताया कि लालच में आकर बहन के साथ उसने इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया है. जिसके बाद फरियादी द्वारा थाने पर प्रकरण दर्ज करवाया गया है. 22 लाख 60 हजार की धोखाधड़ी की गई है. बताया जा रहा है कि आवास, वाहन सहित अन्य लोन दिए जाते थे. उनकी कलेक्शन के दौरान जो राशि आती थी, उसमें हेरा फेरी की जा रही थी. कई दिनों से यह हेरा फेरी चल रही थी. 2021 में ही धोखाधड़ी को अंजाम देने वाली युवती कंपनी से काम करने के लिए जुड़ी थी और काफी विश्वास होने के बाद उसे अकाउंटेंट के साथ अन्य काम भी दिए गए थे, लेकिन उस युवती ने ही इस पूरी धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया.