इंदौर। जिले में एक के बाद एक धोखाधड़ी की वारदात सामने आ रही हैं. इसी क्रम में तकरीबन कुछ साल पहले इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र के साथ ही एमआईजी और धार जिले के थाना क्षेत्र में एक बड़ी धोखाधड़ी की घटना सामने आई थी. पूरे ही मामले में पुलिस ने संबंधित लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया. वहीं, प्रकरण दर्ज करने के बाद इस पूरे मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया है. अब तीनों ही मामलो में सीबीआई के द्वारा जांच की जाएगी. जांच के लिए सीबीआई की टीम इंदौर पहुंची है.
कई आरोपी हुए गिरफ्तार: बता दें कि कुछ साल पहले जमा योजना प्रतिबंध अधिनियम 2019 के तहत एरोड्रम पुलिस ने भूपेंद्र तेली, जगदीश तेली, नेपाल सिंह, अनिल आहूजा, विक्रम राजपूत, किशन सिंह एवं देवेंद्र मिश्रा के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था. वहीं, इस पूरे मामले में कुछ आरोपियों को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था तो वहीं कुछ आरोपी लगातार फरार चल रहे हैं. इसी तरह से इंदौर के एक अन्य थाना क्षेत्र में भी निवेश के नाम पर धोखाधड़ी की वारदात सामने आई थी.
इंदौर और धार में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी: बता दें कि एमआईजी पुलिस ने निवेश के नाम पर कुछ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया था. वहीं, धार जिले के एक ग्रामीण थाने में धोखाधड़ी से संबंधित कई आरोपियों ने कई लोगों को निवेश के नाम पर उनके साथ धोखाधड़ी की थी. इस तरह से आरोपियों के द्वारा करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया गया था. जांच के दौरान कई बातें सामने आईं. इसके बाद इंदौर पुलिस ने मध्य प्रदेश सरकार को पूरा मामला सीबीआई को सौंपने का निवेदन किया था. इंदौर पुलिस ने जो भी तथ्य जांच के उपरांत जब्त किए थे, अब मध्य प्रदेश सरकार के आदेश के बाद सीबीआई को सौंप दिए गए हैं. इस पूरे मामले में आगे सीबीआई जांच करेगी.