इंदौर।मामला राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र का है, जहां राउ के रहने वाले अली असगर नामक फरियादी ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी कि बाइक सवार बदमाश उसका बैग लूटकर ले गए हैं. जिसमें साडे़ तीन लाख रुपये थे. मामले की गंभीरता को देख पुलिस ने तुरंत पुलिस टीम गठित कर आरोपियों की तलाश में नाकेबंदी कर दी, जहां से 1 मुख्य आरोपी अजय तोमर को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में बताया कि उसने अपने 3 अन्य साथियों के साथ मिलकर ब्रोकर अली असगर की रेकी कर लूट की घटना को अंजाम दिया था. मुख्य आरोपी अजय तोमर की निशानदेही पर इसके 3 अन्य साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए आरोपियों से लूट की राशि भी पुलिस ने बरामद कर ली है. वहीं आरोपियों के पूर्व के रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं, जिससे अन्य मामलों के भी खुलासे होने की संभावना है.
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ग्वालियर- मालिक के साथ ठगी करने वाला केयरटेकर गिरफ्तार:ग्वालियर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने उस केयरटेकर को गिरफ्तार कर लिया है जिसने अपने मालिक की बीमारी का फायदा उठाकर उसकी डायरी से पासवर्ड आदि देखकर करीब 75 हजार रुपए की ठगी कर ली थी. दरअसल पिछले दिनों पुलिस के पास सिटी सेंटर क्षेत्र में रहने वाला एक फरियादी पहुंचा था उसने बताया कि उसे पार्किंसंस की बीमारी है और वह अक्सर अपने द्वारा रखी या याद की हुई चीजों को भूल जाता है. इसलिए उसने डायरी में अपने फोन नंबर और एटीएम के पासवर्ड आदि लिख कर रखे थे. उसने अपनी इसी बीमारी के चलते मैनपुरी के रहने वाले एक युवक कपिल सिंह चौहान को नौकरी पर रखा था.
ठगी करने वाला केयरटेकर गिरफ्तार खाते से गायब कर दिये 75 हजार रुपये: कपिल सिंह चौहान अपने मालिक की कमजोरी के बारे में जानता था, वह सुबह से शाम तक अपने मालिक के साथ रहता था, इस दौरान उसने डायरी में लिखे मोबाइल और पासवर्ड आदि पता कर लिए थे. उसने अपने मालिक का ध्यान भटका कर उनके मोबाइल से फ्लिप कार्ट कंपनी के जरिए ऑनलाइन आईफोन, वाशिंग मशीन और फ्रीज भी खरीद लिया. उसका मालिक फ्लिपकार्ट के जरिए आए ओटीपी को देख पाता उससे पहले ही कपिल सिंह चौहान ने उन्हें मोबाइल से डिलीट कर दिया. उन्होंने पुलिस को बताया कि वह ना तो बैंक के एटीएम में पैसे निकालने गए ना ही उन्होंने किसी लिंक को सर्च किया ना ही किसी ने उनसे ओटीपी नंबर पूछा, फिर भी उनके खाते से करीब 75 हजार रुपए गायब हो गए. साइबर क्राइम पुलिस ने इस मामले को लेकर पड़ताल शुरू की, पुलिस को पता लगा कि खाते से जो ट्रांजेक्शन हुआ है उससे फ्लिपकार्ट कंपनी से शॉपिंग की गई है, शॉपिंग किए गए सामान की डिलीवरी भी ग्वालियर में हुई है, उनके शक की सुई कपिल सिंह चौहान पर आकर टिक गई. साइबर पुलिस ने जब कपिल से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.