बजरंग दल की पीएफआई से तुलना, कांग्रेस की सद्बुद्धि के लिए इंदौर में 150 जगहों पर सुंदरकांड का पाठ
कांग्रेस द्वारा बजरंग दल की तुलना पीएफआई से करने पर मामला गर्माया हुआ है. गुस्साए बजरंग दल कार्यकर्ताओं द्वारा देश भर में विरोध प्रदर्शन जारी है. इसी सिलसिले में इंदौर में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की सद्बुद्धि के 150 जगह सुंदरकांड का आयोजन किया.
इंदौर में 150 जगहों पर किया सुंदरकांड पाठ
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Published : May 10, 2023, 12:14 PM IST
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Updated : May 10, 2023, 12:25 PM IST
इंदौर में सुंदरकांड का पाठ
इंदौर। कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल पर बैन के साथ ही उसकी तुलना पीएफआई जैसे संगठन से की गई. जिसके विरोध में इंदौर में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने 150 जगहों पर सुंदरकांड का आयोजन किया. जिसमें विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सहित तमाम हिंदू संगठन के कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और सामूहिक सुंदरकांड का पाठ किया.
150 स्थानों पर हनुमान चालीसा का पाठ: कांग्रेस द्वारा केरल के चुनावी घोषणा में बजरंग दल की तुलना PFI जैसे आतंकी संगठन से करने और बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के आह्वान पर विश्व हिन्दू परिषद ने कांग्रेस की सद्बुद्धि के लिए पूरे देश में सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ करने का आह्वान किया था. इसी कड़ी में इंदौर में 150 स्थानों पर एक साथ हनुमान चालीसा पाठ किया गया. वहीं, चन्दन नगर धार रॉड स्थित भेरू जी मंदिर पर बजरंगियों द्वारा हनुमान चालीसा के पाठ के साथ श्री राम स्तुति और भगवान हनुमान की आरती की गई.
कांग्रेस की लंका जलने में भी देर नहीं लगेगी: बजरंग दल के इंदौर विभाग संयोजक तन्नू शर्मा ने कार्यकर्ताओं को बताया कि ''त्रेतायुग में रावण के सामने हनुमान जी जय श्री राम का नारा लगाते हैं. जिसके सुनते ही रावण ओर राक्षसों के तन बदन में आग लग जाती थी और वह क्रोध में आकर भगवान हनुमान की पूछ में आग लगा देते हैं. जिसके जवाब में हनुमानजी पूरी लंका में आग लगा देते हैं. उसी प्रकार आज के युग में कांग्रेस के सामने बजरंग दल या कोई भी हिन्दू जय श्री राम का नारा लगा दे तो उनके तन बदन में आग लग जाती है. बजरंग दल जैसे धार्मिक राष्ट्रवादी संगठन पर प्रतिबंध लगाने की बात करके बजरंग दल की पूछ में आग लगाने वाली की बात करते है, तो ध्यान रहे बजरंग दल भी हनुमान जी के आदर्शों और नियमों को मानता है. बजरंग दल की पूछ में कांग्रेस आग लगाने का प्रयत्न करेगी तो कांग्रेस की लंका जलने में भी देर नहीं लगेगी. फिलहाल जिस तरह से विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल ने सामूहिक सुंदरकांड का पाठ किया उसके बाद अब देखना होगा कि किस तरह से आगे कांग्रेस बजरंग दल का विरोध करती है.