इंदौर।भारतीय वनस्पति में अनगिनत ऐसे पौधे हैं, जिनके किसी ना किसी भाग से औषधि बनाई जाती है. इसके अलावा भारतीय आयुर्वेद में प्रसिद्ध विद्वान चरक ने विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधों का विभिन्न बीमारियों में उपयोग विस्तार से दर्शाया है. अब जबकि विभिन्न बीमारियों में औषधीय पौधों का महत्व समझा जाने लगा है और बड़ी मात्रा में आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में भी औषधि पौधों से बनी दवाइयों का उपयोग बढ़ रहा है तो इन पौधों के प्रति आम लोगों में जागरूकता के भी प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में मंगलवार को वर्ल्ड रेडियोग्राफी डे पर इंदौर के कैंसर हॉस्पिटल में रेडिएशन रोकने के साथ विभिन्न प्रकार की बीमारियों में उपयोगी पौधों का प्रस्तुतीकरण किया गया. वहीं कार्यक्रम में जन जागरूकता के लिए विभिन्न प्रकार के पौधे भी वितरित किए गए.
किन पौधों में क्या गुण :
स्नेक प्लांट : लंबे समय तक विकिरण को अवशोषित करने के लिए स्नेक प्लांट का उपयोग होता है. ये पौधे आमतौर पर गमलों में नजर आते हैं. स्नेक प्लांट कार्बन डाइऑक्साइड को ऑक्सीजन में परिवर्तित करने के लिए प्रसिद्ध पौधा है. इसके अलावा यह सर्वोत्तम एयर प्यूरीफायर के रूप में जाना जाता है.
एलोवेरा या ग्वारपाठा :एलोवेरा आपके घर में होने वाला एक सामान्य पौधा है, जिसका भरपूर औषधीय उपयोग है. यह पौधा भी पर्यावरण में विकिरण को अवशोषित करने की क्षमता रखता है. इसके अलावा त्वचा रोग समेत पाचन तंत्र एवं विभिन्न प्रकार की बीमारियों में एलोवेरा उपयोग में लाया जाता है.
स्पाइडर प्लांट : स्पाइडर प्लांट खतरनाक केमिकल को हटाने के लिहाज से उपयोगी पौधा है. इसका वैज्ञानिक नाम क्लोरो आइटम है, जो घरेलू प्रदूषण को नियंत्रित करता है.
इन्सुलिन प्लांट :इन्सुलिन प्लांट का उपयोग शुगर के मरीजों के लिए किया जाता है. इसकी पत्तियों का काढ़ा बनाकर शुगर के मरीजों को पिलाया जाता है, जिससे उनकी शुगर लेवल नियंत्रित रहती है. यह पौधा ग्लूकोस के हाई लेवल को कम करके सामान्य करता है. इसके अलावा सर्दी प्रचार संक्रमण आंखों के संक्रमण फेफड़े के रोग आदि बीमारियों में भी इस प्लांट के पत्तों का उपयोग होता है.