इंदौर।देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में भी गुटखा खाने वाले शौकीनों की कमी नहीं है. इनमें कलेक्ट्रेट के अधिकारी कर्मचारी भी शामिल हैं. जो गुटखा खाकर परिसर में गंदगी करने की वजह बनते हैं. यही वजह है कि इंदौर जिला प्रशासन ने अब कलेक्ट्रेट परिसर को पूरी तरह गुटखा मुक्त करने का फैसला लिया है. इसके लिए पहले चरण में अधिकारियों-कर्मचारियों को गुटखा नहीं खाने की शपथ दिलाई गई. वहीं अब गुटखा खाने वाले तमाम अधिकारियों कर्मचारियों के लिए परिसर में ही दंत चिकित्सा शिविर लगाया जा रहा है, जिसमें उनका निःशुल्क इलाज किया जा सकेगा.
पूरा परिसर होगा गुटखा मुक्त :इंदौर कलेक्टर इलैया राजा टी ने कलेक्ट्रेट परिसर में साफ-सफाई कराने के बाद अब पूरे परिसर को गुटखा मुक्त और तंबाकू सेवन से अधिकारियों कर्मचारियों को मुक्ति दिलाने का फैसला किया है. इसके लिए उन्होंने कलेक्ट्रेट में तंबाकू का सेवन करने वालों पर पेनाल्टी लगाने का फैसला किया है. इंदौर कलेक्ट्रेट में इस आशय को लेकर बैठक के बाद कलेक्टर ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को गुटखा नहीं खाने की शपथ दिलाई. उन्होंने बताया कि कलेक्ट्रेट परिसर में तंबाकू के सेवन को पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाएगा. इसके अलावा कलेक्ट्रेट कार्यालय में 14 जून को सभी शासकीय अधिकारियों कर्मचारियों का दंत परीक्षण निःशुल्क शिविर लगाकर किया जा रहा है. जिसमें दंत चिकित्सा महाविद्यालय और बैजनाथ मेमोरियल वेलफेयर सोसायटी के माध्यम से इलाज की व्यवस्था रहेगी.