इंदौर।पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर मालदीव के तीन मंत्रियों की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद जहां दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध प्रभावित हो चुके हैं, वहीं अब भारतीय टूरिज्म सेक्टर भी मालदीव के बहिष्कार के मूड में है. यही वजह है कि अब देश भर की ट्रैवल एजेंसियों ने यात्रियों को मालदीव की बजाय यात्रा के अन्य डेस्टिनेशन पर भेजना शुरू कर दिया है. वहीं मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ में ऐसे दर्जनों यात्री हैं जिन्होंने भारत मालदीव विवाद के बाद अपनी मालदीव यात्रा कैंसिल कर दी है.
मालदीव के यात्रियों की संख्या घटी
देश भर के ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ने भी पर्यटकों को मालदीव के स्थान पर अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप समूह जैसे इलाकों पर भेजना शुरू कर दिया है. इस स्थिति के चलते वर्तमान सीजन में भारत से मालदीप जाने वाले पर्यटकों की संख्या 100 में से 40 फ़ीसदी भी नहीं बची है. इतना ही नहीं इंदौर में कई यात्री ऐसे हैं जिन्होंने इस विवाद के बाद अपनी प्रस्तावित मालदीप यात्रा कैंसिल कर दी है. अब पर्यटक लक्षद्वीप और अंडमान निकोबार जाने का मन बना रहे हैं.
ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ने किया बहिष्कार
मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के फेडरेशन ऑफ ट्रैवल एसोसिएशन ने भी मालदीव यात्रा का बहिष्कार कर रखा है. ऐसी स्थिति में ट्रैवल एजेंट भी अब अपने यात्रा के प्रमोशन पैकेज से मालदीव को हटाकर उसमें अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप समूह जोड़ रहे हैं. इस स्थिति में अब माना जा रहा है कि मालदीव की अर्थव्यवस्था में जो योगदान भारतीय पर्यटकों का था उसका आधा हिस्सा अब कम हो सकता है.