इंदौर। देश में तेजी से विकसित होती ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की तरह ही इंजीनियरिंग सेक्टर के यंग टैलेंट की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है. दरअसल इसकी वजह है बाहा एसएई इंडिया जैसे रोमांचक, कैरियर और हुनर परखने वाले रोमांचक प्लेटफॉर्म. जिसकी बदौलत बीते 17 सालों में देश के करीब 1 लाख युवा न केवल ऑटोमोबाइल सेक्टर के अहम हिस्सा बन चुके हैं. बल्कि देश की ऑटोमोबाइल ग्रोथ में भी उनकी बड़ी हिस्सेदारी है. इस साल फिर इंदौर में आयोजित इस आयोजन की रोमांचक कार रैली के जरिए देश के 20 राज्यों की 164 टीमें अपनी अपनी कार बनाने के साथ उसे हर विपरीत परिस्थिति में दौड़ाकर देश के ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए अपने हुनर और कौशल का प्रदर्शन करेंगे.
ऑटोमोबाईल इंजीनियरों की कार रेस: दरअसल बाहा एसएई इंडिया देश के ऑटोमोबाइल सेक्टर से जुड़े ऐसे तमाम रोल प्लेयर्स का संगठन है जो मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र छात्राओं को ऑटोमोबाइल सेक्टर के वास्तविक परिदृश्य से रूबरू कराते हुए उन्हें ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में उज्जवल भविष्य प्राप्त करने का मंच प्रदान करता है. इस साल प्रतिस्पर्धा के 17वें एडिशन के भव्य आयोजन में 12 और 13 जनवरी को देश के विभिन्न कॉलेजों में पढ़ने वाले ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग के करीब 3500 इंजीनियर खुद तैयार की गई. अपनी-अपनी कार को लेकर पीथमपुर स्थित ऑटो टेस्टिंग ट्रैक परिसर में प्रतिस्पर्धा के लिए मैदान में उतरेंगे.
टैलेंटेड युवाओं को नौकरी देगी कंपनी: इस दौरान उन्हें कार निर्माण के अलग-अलग क्षेत्र से जुड़े हुए मानकों पर परखा जाने के बाद विजेता टीमों को आकर्षक पुरस्कार प्रदान किए जाने के साथ ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में भविष्य बनाने का सुनहरा अवसर भी मिलेगा. इसके लिए 14 और 15 जनवरी को एक्रोपोलिस इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी में आयोजित होने वाली एचआर मीट में विभिन्न कंपनियां प्रोफेशनल करियर के लिए आकर्षक जॉब भी ऑफर करेगी. बीते साल ही इस आयोजन में विभिन्न कंपनियों ने 142 छात्रों को जॉब उपलब्ध कराया था, हालांकि इस साल कई कंपनियां इस आयोजन से जुड़कर ऑटोमोबाइल सेक्टर में कैरियर तलाशने वालों को अपनी कंपनियों में मौका देगी. जिसे लेकर आयोजकों के बीच खासा उत्साह नजर आ रहा है.