इंदौर।सर्राफा थाना क्षेत्र में रहने वाले मुस्ताक अहमद ने पुलिस को शिकायत करते हुए बताया कि उसकी मुनीर फाइनेस्ट मैन्युफैक्चरिंग की दुकान है. इसके चलते कई वर्षों से शमशुल रहमान उर्फ बापी से जान पहचान है. शमसुल रहमान मूलतः पश्चिम बंगाल के हुगली का रहने वाला है. शमशुल रहमान काफी सालों से सर्राफा बाजार में विभिन्न व्यापारियों के सोने के गहने बनाने का काम करता था. इंदौर के सर्राफा बाजार के कई व्यापारी उससे सोने के गहने बनावाते थे.
आरोपी देता रहा झांसा :शमसुल रहमान ने सभी का विश्वास जीत लिया. करीब 2227.880 ग्राम सोना जेवरात बनाने के लिए फरियादी द्वारा शमसुल रहमान को दिया गया, किंतु शमशुल रहमान ने सोने के गहने बनाकर नहीं दिए. जब भी फरियादी उसे सोने के गहने मांगता तो टाल देता था. फरियादी ने अपना सोना वापस लौटाने की मांग की लेकिन शमसुल कहने लगा कि जल्दी सोने की राशि अदा कर दूंगा और सोना भी वापस कर देगा. बार-बार जब फरियादी द्वारा सोना मांगा गया तो नहीं दिया गया.