इंदौर।महिला दिवस के अवसर पर देशभर से नारी शक्ति की सफलताओं की कहानियों के बीच, अब न केवल महिलाएं विमान उड़ा रही हैं, बल्कि देशभर के विमानों को दिशा भी दे रही हैं. ऐसी ही कहानी है, इंदौर एयरपोर्ट की डायरेक्टर आर्यमा सान्याल की, जो इंदौर एयरपोर्ट की डायरेक्टर हैं. यही नहीं उनके प्रयासों की बदौलत इंदौर प्रदेश का ऐसा एयरपोर्ट बना, जो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए टेक ऑफ कर चुका है.
हर पल कुछ नया करने की कोशिशों में जुटी रहने वाली आर्यमा ने अपनी इंदौर को पोस्टिंग के बाद से ही इंदौर से देश के विभिन्न शहरों में उड़ानों की संख्या 46 से बढ़ाते हुए बीते 3 सालों में ही 100 से अधिक पहुंचा दी. नतीजतन आज इंदौर एयरपोर्ट से प्रतिदिन ढाई से तीन लाख यात्री देश के विभिन्न स्थानों के लिए उड़ान भर रहे हैं. आलम ये है की, विमान कंपनियां इंदौर का रुख करने के कारण यहां विमानों की पार्किंग भी कम पड़ने लगी है. यहां 15 के स्थान पर 26 पार्किंग बनाई जा रही है, जिससे कि अलग-अलग कंपनियों के विमान यहां पर उतारे जा सके.
फिलहाल इंदौर से 19 शहरों के लिए सीधी विमान सेवाएं उपलब्ध कराने का श्रेय आर्यमा सान्याल को ही जाता है, जो इन दिनों इंदौर के विकास को लेकर मील का पत्थर मानी जा रही हैं. साथ ही इंदौर में सभी की चहेती बनी हुई हैं.
ऐसे लगे अरमानों को पंख
हमेशा से ही कुछ नया करने की कोशिशों में जुटी रहने वाली एयरपोर्ट डायरेक्टर आर्यमा सान्याल ने अपने शुरुआती दिनों में सिविल सर्विस के स्थान पर अचानक एयर ट्रैफिक का क्षेत्र चुन लिया था. एयर ट्रैफिक का नया क्षेत्र चुनने के बाद वो सफल एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनीं और कोलकाता, दिल्ली, जयपुर अहमदाबाद में उन्होंने बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभाई. इसके बाद विभागीय परीक्षा में उन्होंने 80 प्रतिभागियों को पीछे छोड़ सफलता हासिल की और इंदौर एयरपोर्ट की डायरेक्टर बनी.