इंदौर। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच आईआईएम इंदौर ने भी अपने रिसर्च के माध्यम से एक अलर्ट जारी किया है. शोध के माध्यम से चेतावनी दी गई है कि यदि कोरोना को रोकने के लिए क्षमताओं के साथ कोविड-19 के टेस्ट में तेजी नहीं लाई गई, तो मई के अंत तक इंदौर में मरीजों की संख्या 50 हजार पर पहुंच जाएगी.
दरअसल इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के प्रोफेसर सायंतन बनर्जी, मिशीगन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर वीरा बालदंडायूथानी, रूपम भट्टाचार्य, सारिक मोहम्मद और प्रोफेसर उपली चंदा ने संयुक्त रूप से कोरोना क्राइसिस के बीच यह अत्यावश्यक शोध किया है. इस शोध के जरिए सभी ने भारत सरकार समेत मध्य प्रदेश सरकार को इंदौर में कोरोना की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ क्षमताओं को बढ़ाने के साथ कोविड-19 के परीक्षण में तेजी लाने, स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने और पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों की तफ्तीश कर उनकी जांच करने के सुझाव दिए हैं.