इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी में जमकर ठगी की वारदात सामने आ रही है. ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी भी नए-नए तरीकों से धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. इसी कड़ी में ऑनलाइन ट्रेडिंग के मामले में चंदन नगर थाना क्षेत्र में रहने वाले रवि करोसिया और एक अन्य को हैदराबाद साइबर क्राइम ने गिरफ्तार किया है. हैदराबाद की टीम इन आरोपियों को अपने साथ जांच पड़ताल के लिए ले गई है. वहीं पूरे मामले में हैदराबाद की टीम को दोनों युवकों की जानकारी लगी थी, जिसके बाद टीम इंदौर पहुंची थी.
इस पूरे मामले में हैदराबाद साइबर क्राइम की टीम दो दिनों तक इंदौर में डटी रही. चंदन नगर क्षेत्र की कई जगहों पर दबिश दी गई. कई युवकों को पकड़कर पूछताछ की गई. इसके बाद रवि करोसिया सहित एक अन्य को हैदराबाद साइबर क्राइम ने अपनी गिरफ्त में लिया.
फेसबुक पर की दोस्ती और भी दी ठगी की वारदात
यह बताया जा रहा है कि जिन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उन आरोपियों ने फेसबुक के माध्यम से एक महिला के द्वारा दूसरी महिला से संपर्क किया था. उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग के जरिए किस तरह से पैसा कमाया जाता है, इसके बारे में बताया था. इसके बाद उन्होंने महिला से 5 लाख रुपये एक अकाउंट में जमा करवा लिए और कहा कि आपको फायदा हुआ है. संबंधित महिला लालच में आ गई. इसके बाद महिला ने अकाउंट में करोड़ों रुपए का ट्रांसफर कर दिया. जिस महिला से फोन कॉल पर बात हो रही थी, उस महिला ने फोन बंद कर दिया था. इसके बाद पीड़ित महिला ने हैदराबाद साइबर क्राइम को पूरे मामले की सूचना दी. उसी के बाद से हैदराबाद साइबर क्राइम लगातार विभिन्न जगहों पर छापामार कार्रवाई कर रही थी. इसी दौरान जांच पड़ताल में यह बात भी सामने आई कि इंदौर के भी कुछ युवक इस पूरे मामले में जुड़े हुए हैं. फिलहाल हैदराबाद साइबर क्राइम की टीम ने यहां पर दबिश देकर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
ऑनलाइन धोखाधड़ी: हैदराबाद साइबर क्राइम ने इंदौर से पकड़े दो आरोपी
हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस ने ऑनलाइन धोखाधड़ी मामले में इंदौर से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्हें पूछताछ के लिए हैदराबाद ले जाया गया है.
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पकड़ा गया आरोपी कर्मचारी संगठन के नेता का बेटा
इस पूरे मामले में हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस आरोपी रवि करोसिया को पकड़ कर हैदराबाद ले गई है. वह सफाई संगठनों के नेता प्रताप करोसिया का बेटा है. इसी के साथ यह भी जानकारी सामने आ रही है कि इस पूरे मामले में जैसे ही रवि करोसिया को हैदराबाद साइबर क्राइम ने पकड़ा, उसके बाद जमकर राजनीतिक दबाव भी आए, क्योंकि पूरा मामला हैदराबाद से जुड़ा हुआ है. इसमें लोकल पुलिस ने किसी तरह का कोई हस्तक्षेप नहीं किया.