इंदौर (Agency, PTI)। देश के कई हिस्सों में फैले 4,909 फर्जी व्यापारिक प्रतिष्ठानों के माध्यम से 8 हजार करोड़ से ज्यादा की कर चोरी की गई है. जीएसटी के अफसरों ने जांच के बाद ये खुलासा किया. पता चला है कि फर्जी कारोबार और फर्जी बिलों के माध्यम टैक्स चोरी की गई. जीएसटी विभाग ऐसी फर्मों के खिलाफ सबूत जुटाने में लगा है. वहीं, मध्य प्रदेश वाणिज्यिक कर आयुक्त लोकेश कुमार जाटव ने बताया कि जीएसटी विभाग को इंदौर में एक प्रतिष्ठान के ई-वे बिल की महीने भर चली जांच के दौरान बड़ी कर चोरी के शुरुआती सुराग मिले हैं. इस फर्म की जांच अभी जारी है.
एमपी में 167 प्रतिष्ठान दायरे में :जीएसटी अफसरों का कहना है कि डेटा के विस्तृत विश्लेषण से साफ हुआ कि देशभर में कुल 4,909 संदिग्ध व्यावसायिक प्रतिष्ठान पाए गए. इनमें से सबसे अधिक 1,888 प्रतिष्ठान दिल्ली में, 831 उत्तर प्रदेश में, 474 हरियाणा में, 210 तमिलनाडु में हैं. महाराष्ट्र में 201, तेलंगाना में 167 और मध्य प्रदेश में 139 व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं, जहां जीएसटी चोरी की गई है. मध्य प्रदेश वाणिज्यिक कर आयुक्त जाटव का कहना है कि जांच के तहत इन 4,909 प्रतिष्ठानों ने वित्तीय वर्ष 2021-22 और 2022-23 के दौरान जीएसटी रिटर्न में लगभग 29,000 करोड़ रुपये का कारोबार दिखाया और जांच में 8,103 करोड़ रुपये की चोरी का पता चला.