इंदौर।कई देशों के छात्र समूह के रूप में इंदौर के आईआईटी में पहुंचे और यहां की टीचिंग टेक्निक को समझा. छात्रों ने एकेडमिक सेशन में शामिल होकर रिसर्च एजुकेशन, तकनीकी कोर्स आदि को समझा. आईआईटी इंदौर के निदेशक प्रोफेसर सुहास जोशी ने छात्रों को नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालय में प्रदान की जाने वाली भारतीय शिक्षण प्रणाली के बारे में बताया.
IIT Indore : 10 देशों के 32 विदेशी छात्रों के ग्रुप ने देखी और समझी IIT इंदौर की टीचिंग टेक्निक - देखी और समझी IIT इंदौर की टीचिंग टेक्निक
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) इंदौर देश में अपनी अलग पहचान रखता है. आईआईटी इंदौर में अमेरिका, ब्रिटेन, बेल्जियम, मैक्सिको, ब्राजील, जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका सहित 10 देशों के करीब 32 विद्यार्थियों का समूह पहुंचा और एकेडमिक प्रोग्राम में शामिल हुए. (Foreign students visit IIT Indore) (Students from 10 countries in IIT Indore) (Saw and understood teaching techniques)
विदेशी छात्रों के ग्रुप ने देखी और समझी IIT इंदौर की टीचिंग टेक्निक
छात्रों ने शोध कार्यों का तरीका समझा :प्रोफेसर सुहास जोशी ने छात्रों से प्रौद्योगिकी विकास पर काम करते हुए मानविकी और सामाजिक विज्ञान पर समान ध्यान देने की बात कही. छात्रों के समूह ने शोध कार्य, मशीन व उपकरणों की जानकारी भी ली. लैब गियर इंजीनियरिंग, लैब ट्राइबोलाजी स्कूल आफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज एस्ट्रोनॉमी लैब और विभिन्न रिसर्च में यहां उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी ली.