इंदौर। जासूसी के मामले में इंदौर क्राइम ब्रांच और जांच एजेंसियों ने महू के गवली पलासिया से दो युवतियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. इस पूरे ही मामले में पुलिस और जांच एजेंसियां युवतियों से पूछताछ करने में जुटी है. लेकिन युवतियों जांच एजेंसियों को सहयोग नहीं कर रही है और जैसे ही उनसे अधिकारी पूछताछ शुरू करते हैं तो वह हंगामा करने लग जाती हैं. लेकिन उसके बाद भी उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है. उनके विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के साथ ही अलग-अलग तरह से पूरे मामले में लगातार जांच पड़ताल की जा रही है वही दूसरी ओर महू की सुरक्षा को लेकर रिटायर्ड कर्नल ने भी कई तरह की बातें कही है.
बढ़ाई जाए आर्मी कैंट की सुरक्षा
आर्मी संस्थान महू की जासूसी करने का मामला सामने आने के बाद रिटायर्ड कर्नल ने इस पूरे मामले को गंभीर बताते हुए सैन्य क्षैत्र में और सुरक्षा बढ़ाने की बात कही हैं. उन्होंने कहा कि पहले आर्मी केंट सिविल क्षैत्रों से काफी दूर हुआ करते थे. जिसके कारण इस प्रकार से जासूसी के मामले नहीं हुआ करते थे. लेकिन अब सैन्य क्षेत्रों में सिविलियन की आवाजाही बहुत बढ़ गई है. जिसके कारण ये आसानी से सैन्य क्षैत्र में प्रवेश कर इस प्रकार से जासूसी करते हैं. जिन पर प्रतिबंद लगाना बहुत ही जरुरी है. उन्होंने कहा कि महू आर्मी केंट जवानों के लिये बहुत ही महत्वपूर्ण जगह है. यहां पर तीन बड़े ट्रैनिग सेंटर है. जहाँ पर इंडियन ऑफिसर के साथ-साथ विदेशी सेना के जवान भी ट्रैनिंग लेते हैं.
चौकस रहती है राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी
एक कारण यह भी है कि दुश्मन यहां कि जासूसी करवाकर यहां कि जानकारी निकालने की कोशिश करते रहते हैं. लेकिन कभी कामयाब नहीं हो पाते, क्योंकि हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी और आर्मी इंटेलिजेंस हमेशा चौकस रहती है, जो ऐसे लोगों पर हमेशा नजर जमाये रखती है. देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यहां के स्थानीय लोगों को भी चौकन्ना रहना होगा और ऐसे लोगों पर नजर रखनी चाहिये, जिससे कि ऐसे लोगों का पर्दाफाश किया जा सके.
पाकिस्तानी नंबरों की ट्रेस की जा रही है लोकेशन
महू गवली पलासिया निवासी रिटायर्ड फौजी स्व.चांद खान की दोनों बेटियों के फेसबुक और व्हाट्सएप्प अकाउंट की जानकारी जुटाने में जांच एजेंसियां लड़कियों से पिछले चार दिनों से पूछताछ कर रही है. जानकारी के अनुसार दोनों युवतियों के पास कश्मीरी और पाकिस्तानी युवकों से चेटिंग करने के सबूत मिले हैं, तो वहीं जब्त किये गये मोबाइल की जांच में पाकिस्तानी युवकों के नम्बर भी सेव होना पाया गया है.
पाकिस्तानी नम्बरों की लोकेशन हो रही है ट्रेस
कुछ फेसबुक अकाउंट भी जांच से पहले ही डिलीट किये गये हैं. इस मामले में अभी तक जांच एजेंसी आईबी, क्राइम ब्रांच और आर्मी इंटेलिजेंस द्वारा कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी जा रही है. जासूसी के शक में पोस्ट ग्रेजुएशन दोनों बहनों यास्मीन और हिना को नजरबंद कर उनके निवास पर पुलिस का कड़ा पहरा है. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक फेसबुक और व्हाट्सएप का डेटा रिकवर करने के लिए जब्त उपकरण मोबाइल, लेपटॉप आदि भोपाल सायबर विशेषज्ञों को भेजे गए हैं. वहीं पाकिस्तानी नम्बरों की लोकेशन भी ट्रेस करने में टीम लगाई गई है. सूत्रों की माने तो जल्द ही जांच एजेंसिया इस पूरे मामले का खुलासा कर सकती है.
चार दिन की जांच के बाद भी पुलिस के हाथ खाली
इंदौर के महू क्षेत्र में जासूसी के मामले में पिछले 4 दिनों से इंदौर पुलिस और अन्य एजेंसियां नजरबंद की गई, दोनों बहनों से लगातार पूछताछ कर रही है. पुलिस उन्हें जांच के लिए अन्य जगहों पर भी लेकर गई थी. दोनों बहनों के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का डाटा पुलिस ने कुछ हद तक रिकवर कर लिया है. सोशल मीडिया से भी कई जानकारियां पुलिस ने निकाली है, क्योंकि दोनों ही बहनों ने पुलिस के हत्थे चढ़ने से पहले अपने सोशल मीडिया अकाउंट और फोन को फॉर्मेट कर दिया था.