इंदौर।प्रदेश के स्कूलों में व्यक्तित्व निर्माण की गतिविधि संचालित करने वाले स्काउट गाइड के जिला एवं राज्य मुख्यालय इन दिनों आमने-सामने हैं. विवाद की वजह है इंदौर में स्काउट गाइड जिला संघ के पास मौजूद करोड़ों की बेशकीमती व्यवसायिक जमीन. जिस पर अभी पद के लिए दोनों संघों के बीच लंबे समय से लड़ाई चल रही है.
स्काउट गाइड का जमीनी विवाद दरअसल स्काउट गाइड के जिला इंदौर संघ के मुखिया की जिम्मेदारी लंबे समय से कांग्रेस नेता भंवर शर्मा के पास है, जिन्होंने अपने प्रयासों से इंदौर के चिमन बाग क्षेत्र में स्काउट गाइड का भवन बाउंड्री वाल रोड जमीन को संरक्षित कर रखा है.
आरोप है कि राज्य मुख्यालय के आयुक्त और भाजपा के पूर्व मंत्री पारस जैन स्काउट गाइड की जमीन पर व्यवसाई कॉप्लेक्स बनाकर आर्थिक लाभ लेना चाहते हैं. ऐसा होने पर इंदौर में स्काउट गाइड की गतिविधियां खत्म हो जाएंगी. नदी पारस जैन और भंवर शर्मा के बीच स्काउट गाइड की जमीन पर लड़ाई चल रही है.
गौरतलब है कि 2018 में चुनाव हुए थे तो अध्यक्ष पद पर चुने गए बाबा शर्मा को अध्यक्ष मानने से इनकार कर दिया था. इसके बाद पुनः निर्वाचन हुआ. लेकिन जांच के बाद जिला प्रशासन ने भंवर शर्मा के निर्वाचन को वैध पाया. इसके बाद से ही दोनों पक्ष एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए हैं.
अब भंवर शर्मा ने चेतावनी दी कि प्रदेश में स्काउट गाइड की गतिविधियों को बचाए रखने के लिए वो पारस जैन के खिलाफ किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं.