इंदौर। कोरोना काल में पहली बार शहर में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण और मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के आदेशानुसार नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया. इसका शुभारंभ जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने किया, जो शनिवार को समस्त न्यायालयों, राजस्व न्यायालय सहित अन्य विभागों के साथ हुआ.
शनिवार को जिला कोर्ट, कुटुंब न्यायालय, नगर निगम, विद्युत विभाग, बीमा कंपनी सहित सभी तहसील और अन्य न्यायालयों में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया. लोक अदालत में ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रकरण सुनवाई के लिए रखे गए. इनमें विद्युत विभाग, बीएसएनल, बीमा कंपनियों के दावे प्रकरण शामिल हैं.
कोरोना काल में पहली नेशनल लोक अदालत का आयोजन, कई पेंडिंग केसों का हुआ निराकारण
कोरोना काल में पहली बार इंदौर शहर में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें कई मामलों की सुनवाई की गई.
जिला न्यायाधीश दिनेश कुमार पालीवाल ने बताया कि, शहर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया है, जिसमें ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही तरह के प्रकरण का निपटान किया जा रहा है.
कई प्रकरणों का हुआ निराकारण
लोक अदालत में दो बड़े मोटर व्हीकल एक्ट के तहत प्रकरण में राजीनामा हुआ, जिसकी राशि 50 लाख रुपए की रही. जिला न्यायाधीश दिनेश कुमार पालीवाल ने कहा कि, यह लोक अदालत की सफलता दिखाता है. कोरोना काल की वजह से काफी दिनों से लोक अदालत का आयोजन नहीं किया जा रहा था, लेकिन एहतिहात के साथ ऑनलाइन और ऑफलाइन लोक अदालत का विधिवत उद्घाटन किया गया. फिलहाल प्रारंभिक तौर पर कई मामलों में राजीनामा भी हो रहा है.
गौरतलब है कि, जिला न्यायालय, परिवार न्यायालय, श्रम न्यायालय सहित जिले की सभी तहसील न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालतों का आयोजन किया गया. इसमें मुख्य रूप से क्लेम प्रकरण, चेक बाउंस, सिविल प्रकरण, विद्युत अधिनियम, पारिवारिक मामले, श्रम मामले सहित भूमि अधिग्रहण जैसे मामलों का आपसी समझौते के साथ निपटारा किया गया.