इंदौर। आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. जिसकी वजह से इंदौर रेड जोन में बना हुआ है. इसी के चलते इंदौर जिला प्रशासन शहर में सख्ती से लॉकडाउन का पालन करा रहा है ताकि संक्रमण के मामलों को थामा जा सके. लेकिन इससे इंदौर के वो किसान भी बैचेन हो गए हैं जो खेतों में फूलों की खेती कर अपना भरण पोषण करते हैं. वहीं एक गांव ऐसा है जिसे पुष्प ग्राम के नाम से जाना जाता है. गांव के करीब 80 फीसदी किसान फूलों की खेती करते हैं.
इंदौर का 'पुष्प ग्राम', यहां लगते हैं सिर्फ फूल, लेकिन लॉकडाउन से परेशान किसान
फूलों की खेती से इंदौर के फूल ग्राम गांव के किसानों की आजीविका चलती है. बड़ी संख्या में फूलों की खेती किए जाने के चलते इसे पुष्प ग्राम का नाम दिया गया है. लॉकडाउन के चलते इस पुष्प ग्राम में किसान मण्डी तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.
फूलों की खेती से ही यहां के किसानों की आजीविका चलती है. बड़ी संख्या में फूलों की खेती किए जाने के चलते इसे पुष्प ग्राम का नाम दिया गया है. लॉकडाउन के चलते इस पुष्प गांव के लोग फूल बेचने के लिए मण्डी तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. जिसके कारण फूल मुरझाने के साथ साथ किसानों के चेहरे भी मुरझा गए हैं. उन्हें बड़े ही आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है और नुकसान उठाना पड़ रहा है.
किसानों का कहना है कि यहां साल भर फूलों की खेती की जाती है. वहीं अप्रैल और मई में ज्यादा शादियां होती हैं लेकिन लॉकडाउन के कारण फूलों की बिक्री पर ब्रेक लग गया. जिसकी वजह से किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है. किसानों का कहना है कि इस नुकसान की भरपाई वो कैसे करेगे. उन्हें सरकार की ओर से भी कोई मदद नहीं मिली है.