इंदौर।गौतमपुरा नगर (gautampura nagar) के चित्तौड़ा गांव के किसान भरत पटेल (bharat patel) के यहां गुजरात के साबरकाठा जिले के 16 किसान पहुंचे. किसानों ने बताया कि गुजरात (Gujarat) में अधिकांश किसान मूंगफली की खेती (Peanut Farming) करते हैं. बीते दो-तीन साल से फसल में फंगस (fungus) की बीमारी लगने से उत्पादन में काफी कमी आई है. जिसके चलते किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. गुजराती किसानों ने बताया कि हम यहां सोयाबीन की अच्छी पैदावार कैसे हो इस संबंध में जानकारी लेने आए हैं.
गुजरात से किसान आए सोयाबीन की खेती सीखने, कृषि अनुसंधान केंद्र का भी किया दौरा - Soybean Farming
गुजरात (Gujarat) में अधिकतर किसान मूंगफली की खेती (Peanut Farming) करते हैं. बीते दो-तीन साल से फसल (Crop) में फंगस (fungus) की बीमारी लगने से उत्पादन में काफी कमी आई है. जिसके चलते किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. ऐसे में अब गुजराती किसानों मूंगफली को छोड़ सोयाबीन की फसल (Soybean Farming) की जानकारी लेने के लिए गौतमपुरा नगर के चित्तौड़ा गांव पहुंचे. यहां उन्होंने सोयाबीन की अच्छी पैदावार के संबंध में जानकारी ली.
एमपी में सोयाबीन की अच्छी पैदावार
गुजरात (Gujarat) से आए किसानों (Farmers) का कहना है कि एमपी (MP) में सोयाबीन (Soybean) की अच्छी पैदावार होती है. हमें रिश्तेदारों से पता चला के इंदौर जिले में अच्छी सोयाबीन हो रही है, तो हम जानकारी लेकर मिलने आए हैं. किसान नितिन पटेन ने बताया कि गुजरात में सोयाबीन होता है लेकिन इतनी वैरायटी नहीं है. इंदौर (Indore) जिले में 10 किसानों से खेती की जानकारी ली.
कृषि अनुसंधान केंद्र का भी किया दौरा
किसानों (Farmers) ने बताया एमपी (MP) में सोयाबीन (Soybean) की अच्छी वैरायटी है, और बोनी का तरीका भी बेहतर है. किसानों का कहना है कि वह इसी तरह से खेतों में सोयाबीन की फसल की बुआई करेंगे. गुजरात के किसान, नितिन पटेल ने बताया कि उन्होंने इंदौर के कृषि अनुसंधान केंद्र का भी दौरा किया और सोयाबीन उगाने के बारे में जानकारी ली.