इंदौर। पिछले 2 सालों से कोरोना संक्रमण के बाद अब मध्यप्रदेश में कॉलेजों में परीक्षाएं होने जा रही हैं. परीक्षाओं का स्वरूप कैसा रहेगा एवं इसे लेकर क्या तैयारियां की गई हैं, साथ ही प्रदेश के तमाम कॉलेजों में परीक्षा के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कैसे होगा, विश्वविद्यालय स्तर पर क्या तैयारियां की जा रही हैं, परीक्षार्थियों के लिए rt-pcr जांच अनिवार्य है या नहीं, इन तमाम मुद्दों पर ईटीवी भारत ने प्रदेश की ए ग्रेड और छात्र संख्या के लिहाज से सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (Devi Ahilya Vishwavidyalaya) की कुलपति डॉ. रेणु जैन से बातचीत की. (Dr Renu Jain interview)
सवाल:ऑफलाइन परीक्षाएं 2 साल बाद हो रही हैं, इसे लेकर किस तरह की तैयारियां हैं और कोरोना संक्रमण के चलते ये कितना चुनौतीपूर्ण है?
जवाब: फिलहाल कोरोना समाप्त नहीं हुआ है, लेकिन तमाम चुनौतियों के बावजूद ऑफलाइन परीक्षाएं 25 मार्च से शुरू होंगी. हालांकि अभी सेमेस्टर परीक्षाएं ऑफलाइन ली थी, वार्षिक परीक्षाओं को भी सफलतापूर्वक करवाया जाएगा.
सवाल: कितने छात्र परीक्षा में बैठ रहे हैं ?
जवाब:फिलहाल विश्वविद्यालय के 12000 से ज्यादा छात्र परीक्षा देंगे, इसके अलावा विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों के करीब ढाई लाख से ज्यादा छात्र इस बार परीक्षा में बैठेंगे.
सवाल: उच्च शिक्षा विभाग ने परीक्षार्थियों के लिए rt-pcr जांच अनिवार्य की है ?
जवाब: फिलहाल आरटी पीसीआर जांच आवश्यक नहीं रहेगी, इसके स्थान पर वैक्सीनेशन के सर्टिफिकेट परीक्षा हॉल के बाहर देखे जाएंगे, साथ ही छात्रों का टेंप्रेचर भी लिया जाएगा. हालांकि 25 मार्च तक कोरोना संक्रमण कम हो सकता है और उस समय परिस्थिति अनुसार निर्णय लिया जाएगा.
सवाल:ए ग्रेड यूनिवर्सिटी के विकास के लिए आगे क्या रणनीति है?
जवाब: प्रदेश की पहली ए ग्रेड यूनिवर्सिटी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय है, अब इसे ए प्लस ग्रेड बनाने की व्यापक तैयारियां हो रही हैं, शासन स्तर पर भी इसके लिए मदद दी जा रही है. 2024 में इसके लिए डाटा भरने के बाद उम्मीद की जा रही है कि यह प्रदेश की पहली ए प्लस प्लस यूनिवर्सिटी होगी, जिनकी संख्या फिलहाल देश में 50 ही है.
सवाल:ए प्लस प्लस ग्रेड से शैक्षणिक स्तर पर क्या लाभ होगा?
जवाब: डीएवीवी शिक्षा गुणवत्ता के लिए जाना जाता है, इसका प्रमाण वे तमाम पूर्व-छात्र हैं जो बहुत अच्छी जगह पदस्थ हैं. इस साल भी हमारा पैकेज 53 लाख तक गया है. यह एकमात्र ऐसी यूनिवर्सिटी है जहां पड़ने वाले सभी छात्रों के लिए जॉब ऑफर होता है. कुछ बच्चों को दो-दो, तीन—तीन ऑफर भी मिलते हैं