इंदौर। शहर में स्थित देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में लंबे समय के बाद आखिरकार प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो गई है. विश्वविद्यालय में इस वर्ष कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए सीईटी की परीक्षा को निरस्त किया गया था, जहां सीईटी की जगह ऑनलाइन मेरिट के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया को संपन्न कराया गया. वहीं पहले चरण के बाद अब विश्वविद्यालय में सीएलसी के माध्यम से छात्रों को प्रवेश दिया गया है.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति डॉक्टर रेणु जैन के अनुसार, विश्वविद्यालय में तीन चरणों के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है. प्रथम और दूसरा चरण ऑनलाइन मेरिट के आधार पर पूरा किया गया है. वहीं तीसरे चरण में छात्रों को सीएलसी के माध्यम से प्रवेश दिया गया है. इस दौरान पूरी तरह से पारदर्शिता रखी गई, ताकि किसी भी तरह की कोई लापरवाही ना हो सकें.
लगभग सभी सीटें हुई फुल
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में पूरी हुई प्रवेश प्रक्रिया, लगभग सभी विभागों की सीटें फुल - देवी अहिल्या विश्वविद्यालय
इंदौर शहर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में लगभग सभी विभागों की प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो गई है, जो ऑनलाइन मेरिट के आधार पर संपन्न की गई है.
कुलपति रेणु जैन के मुताबिक, विश्वविद्यालय के समस्त विभागों में लगभग सारी सीटें फुल हो गई हैं. हालांकि, कुछ विभागों के कोर्स पर सीमित संख्या में ही सीटें खाली रही. इन पर प्रवेश प्रक्रिया आयोजित नहीं की जाएगी, लेकिन अगर छात्र इन सीटों को लेकर कोई जानकारी लेना चाहते हैं, तो वह विभागों के प्रमुखों से चर्चा कर सकते हैं.
प्रवेश का प्रतिशत रहा अधिक
विश्वविद्यालय की इस साल की प्रवेश प्रक्रिया में छात्रों का काफी रुझान देखने को मिला. इस बार प्रवेश प्रक्रिया में कट ऑफ का परसेंटेज पिछले वर्ष की प्रवेश प्रक्रिया से अधिक रहा. इस दौरान देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में होने वाली प्रवेश प्रक्रिया में बड़ी संख्या में छात्रों ने हिस्सा लिया. वहीं 1 दिसंबर तक सभी विभागों की प्रवेश प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया.