इंदौर।सरकारी विभाग में काम करने वाले ऐसे कर्मचारी जिनकी सेवा कार्य के दौरान मृत्यु हो जाती है, उनके परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाती है. इसी के चलते इंदौर जिले में शिक्षा विभाग द्वारा ऐसे 17 कर्मचारियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी गई. यह नियुक्ति पत्र आज जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कर्मचारियों को दिए गए.
अनुकंपा नियुक्ति के दौरान वर्तमान में भृत्य और प्रयोगशाला सहायक शिक्षक के पदों को शामिल किया गया है. यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में एक साथ कर्मचारियों की अनुकंपा नियुक्ति की गई है. वहीं बुधवार को जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पर कार्यक्रम आयोजित कर सांसद शंकर लालवानी और प्रभारी अधिकारी रवि सिंह द्वारा अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त करने वाले कर्मचारियों को अनुकंपा के प्रमाण पत्र बांटे गए हैं.
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दो अलग-अलग पदों पर 17 लोगों को नियुक्ति पत्र
प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी रवि सिंह ने बताया कि फिलहाल 17 कर्मचारियों को भृत्य और प्रयोगशाला शिक्षक सहायक के रूप में पदस्थ किया गया है. इसके साथ ही लिपिक वर्ग में भी नियुक्ति की जानी थी, इसको लेकर शासन से पत्राचार भी किया गया था. लेकिन शासन का कहना है कि लिपिक वर्ग में फिलहाल कोई पद खाली नहीं है. ऐसे में इस पर 7 साल बाद जैसे ही पद खाली होगा नियुक्ति की जाएगी. इसके अलावा सीएम हेल्पलाइन पर पेंडिंग शिकायतों का भी निराकरण किया जा रहा है. जिसके चलते अब 88 शिकायतें ही पेंडिंग है.
नियमों में सरलता और गुड गवर्नेंस का उदाहरण है नियुक्ति पत्र मिलना
इस दौरान सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि पहले सिर्फ एक या दो नियुक्ति ही मिलती थी. लेकिन अब 17 अनुकंपा नियुक्ति की गई है, जो कि शिवराज और मोदी सरकार के गुड गवर्नेंस का उदाहरण है. वहीं अनुकंपा नियुक्ति पाने वाले कर्मचारियों भी नियुक्ति मिलने पर खुशी जाहिर की है.