इंदौर। कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाला इंदौर लगातार हॉटस्पॉट बना हुआ था, हालांकि पिछले कुछ दिनों से संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आई है. इसी को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न शासकीय कार्यालयों को 50 फीसदी स्टाफ के साथ खोलने के आदेश जारी किए गए थे. जिसके बाद देवी अहिल्या विश्वविद्यालय भी शुरू हुआ, वहीं अब देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा एक नवाचार किया जा रहा है जिसके तहत विश्वविद्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों की लगातार स्क्रीनिंग की जाएगी.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में कर्मचारियों और अधिकारियों की होगी प्रतिदिन स्क्रीनिंग विश्वविद्यालय में काम करने वाले सभी कर्मचारियों की प्रतिदिन स्क्रीनिंग कर टेंपरेचर और मेडिकल डाटा इकट्ठा किया जाएगा. ताकि कर्मचारियों के स्वास्थ्य संबंधित जानकारी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को मिलती रहे. वहीं किसी भी तरह के संक्रमण फैलने की स्थिति निर्मित ना हो .
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ अनिल शर्मा के अनुसार विश्वविद्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए यह कदम उठाया गया है, ताकि अस्वस्थ होने पर तत्काल उनका इलाज कराया जा सके.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रशासनिक संकुल में प्रतिदिन पहुंचने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की स्क्रीनिंग की जा रही है और स्क्रीनिंग के दौरान प्राप्त डाटा रजिस्टर में मेंटेन किया जा रहा है .वहीं प्रत्येक कार्यालय के बाहर सेनिटाइजर की व्यवस्था की गई है .
विश्वविद्यालय में वर्तमान में प्रभारी कुलपति प्रोफेसर अशोक शर्मा जब कार्यालय पहुंचे तो उन्होंने भी अपनी स्क्रीनिंग कराई और सेनिटाइजर से हाथ धोने के बाद ही विश्वविद्यालय के कार्यालय में प्रवेश किया. अधिकारियों का कहना है कि प्रतिदिन स्क्रीनिंग से संक्रमण की स्थिति का पता लगाने में आसानी रहती है और इससे बचा भी जा सकता है.